जिसका पुण्य बलवान है , उसके लिये कालिख लेकर तुम दौड़ोगे तो फिसलकर गिर जाओगे , तेरा हाथ ही तेरे चेहरे पर चला जायेगा , तेरा ही चेहरा काला हो जायेगा , लेकिन पुण्यवान के चेहरे को काला नहीं कर पायेगा ।
बाहुबल मत देखना , सैन्यबल मत देखना । बल देखना हो तो मात्र पुण्य का बल देखना
नारायण श्रीकृष्ण को मारने के लिये कंस ने कितने उपक्रम किये ! पूतना को आँचल में जहर लगा कर भेज दिया और कहा कि आँचल का पान करा कर आओ । कंस ! तू जहर लगवा सकता है , परन्तु मरण नहीं करवा सकता है । पुण्यात्मा के मुख में जहर भी अमृत हो जाता है ।