6 जुलाई 2022/ आषाढ़ शुक्ल सप्तमी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
प्रसिद्ध परोपकारी और कर्नाटक के धर्मस्थल मंदिर के वंशानुगत प्रशासक वीरेंद्र हेगड़े को राष्ट्रपति द्वारा 2 उम्मीदवारों में से एक के रूप में राज्यसभा के लिए नामित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर हेगड़े को उनकी सामुदायिक सेवा के लिए बधाई दी। उनके अलावा, दक्षिण भारत के तीन अन्य प्रमुख नागरिकों- पीटी उषा, विजयेंद्र प्रसाद और इलैयाराजा को उच्च सदन के लिए नामित किया गया है।
हेगड़े के साथ पहले ली गई तस्वीरों को ट्वीट करते हुए, पीएम मोदी ने कहा, “श्री वीरेंद्र हेगड़े जी उत्कृष्ट सामुदायिक सेवा में सबसे आगे हैं। मुझे धर्मस्थल मंदिर में प्रार्थना करने और स्वास्थ्य, शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में उनके द्वारा किए जा रहे महान कार्यों को देखने का अवसर मिला है। वह निश्चित रूप से संसदीय कार्यवाही को समृद्ध करेंगे।”
संपूर्ण जैन समाज के लिए आज गौरव का क्षण है धर्मस्थल के धर्माधिकारी आदरणीय श्री वीरेंद्र जी हेगड़े को राष्ट्रपति द्वारा राज्यसभा के सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया है
देश की जानी मानी हस्तियों को राज्यसभा में मनोनीत करने की परंपरा है उसके निर्वहन के लिए श्री वीरेंद्र जी हेगड़े का चयन सर्वश्रेष्ठ एवं राज्यसभा के लिए उपयुक्त है हेगड़े 1968 से मंदिर और उससे जुड़ी सभी संपत्तियों के प्रशासक रहे हैं, जब उन्होंने अपने पिता से पदभार संभाला था। वह प्रसिद्ध मंदिर के प्रमुख के लिए पेरगडे राजवंश की लंबी लाइन से 21वें हैं। उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य और संस्कृति के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए व्यापक रूप से पहचाना जाता है।
वह धर्मस्थल मंदिर के “सर्व धर्म साहित्य सम्मेलन” के प्रमुख हैं और मंजुवानी नामक एक मासिक पत्रिका भी प्रकाशित करते हैं। वह यक्षगान के रूप में नृत्य-रंगमंच के एक प्रसिद्ध प्रस्तावक भी हैं। उन्हें तुलु भाषा और संस्कृति के संरक्षण में कई योगदानों का श्रेय दिया जाता है।
एक ऐसा व्यक्तित्व जो महानता का स्वर्णिम शिखर है जिनकी उदारता का कोई सानी नहीं हम बात कर रहे है कर्नाटक के धर्मस्थल धर्माधिकारी पदम् विभूषण श्री वीरेन्द्र हेगड़े की जिनको राज्यसभा हेतु मनोनयन किया है जिसकी सुचना से सम्पूर्ण भारत के जैन समाज मे एक हर्ष की लहर है श्री हेगड़े का व्यक्तित्व बहुत महान आप जैन समाज की व संतो की सेवा मे सदा तन मन धन से समर्पित है आप कर्नाटक मे भगवान की तरह माने जाते है लोग उस क्षेत्र के उन्ही के पास अपने निर्णय करवाने जाते है आप एक न्यायाधीश की तरह पूजित है उनके द्वारा अम्मा फ़ूड योजना बहुत प्रचलित है उन्होने एक ऐसी व्यवस्था बनाई हुयी है इस योजना मे 40000 से अधिक लोग एक साथ भोजन कर पाते है जो अपने आप मे अनूठी है जिसका कवरेज जिसकी रिपोर्ट डिस्कवरी चेनल पर भी आई है उस क्षेत्र मे मेने देखा हर दुकान हर होटल पर इन्ही की तस्वीर लगी हुयी है संतो की आशीष की मेह जमकर इन बरसी है श्री हेगड़े के मनोनयन से जैन जगत मे हर्ष की लहर और उन्हे जगह जगह से शुभकामना प्रेषित की जा रही है