• सेलम में पहली बार पधारे, हजारों-लाखों जैन-जैनेतर लोगों की आस्था के केन्द्र, क्रांतिकारी ओजस्वी प्रवचनकार आचार्य श्री विमलसागरसूरीश्वरजी महाराज साहब के छोटे से प्रवास ने धर्म-जागरण का अभूतपूर्व वातावरण बनाया है.
• जैन धर्म के श्वेताम्बर मूर्तिपूजक, दिगम्बर, स्थानकवासी, तेरापंथी, ओसवाल, पोरवाल, त्रिस्तुतिक, चार स्तुतिक…. सभी वर्ग संयुक्त रूप से श्री सेलम जैन संघ के बैनर तले ज्ञानगंगा में पावन बन रहे हैं.
• पूज्यवर सेलम के जैन समाज के लिए एकता और सद्भावना की मिसाल बनकर पधारे हैं.
• बिना अल्पाहार और बिना प्रभावना के समय से पूर्व विशाल सुमंगली कल्याण मंडप श्रद्धालुओं से भर जाता है. युवाओं का उत्साह देखते ही बनता है.
• जिनवाणी श्रवण की पिपासा का श्रद्धा, भक्ति, शांति और अनुशासन से ओतप्रोत यहां का अद्भुत नज़ारा है.
• श्रीसंघ आचार्य प्रवर से प्रतिदिन यह विनंती कर रहा है कि वे कोरोना के प्रकोप को देखते हुए मैसूर प्रवास स्थगित कर यहीं बिराजें.
• ऐसा लगता है, जैसे सेलम में चौथा आरा प्रवृतमान है.
– श्री सेलम जैन संघ, तमिलनाडु.