वात्सलय रत्नाकर आचार्य श्री विमल सागर महाराज का आज 71 वा आज दीक्षा दिवस है- कोसमा- जन्म भूमि- एक भी जैन घर नही लेकिन भक्ती श्रद्धा में पूरा गाँव उमड़ता है

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16 मार्च/फाल्गुन शुक्ल त्रयोदिशि /चैनल महालक्ष्मीऔर सांध्य महालक्ष्मी/
कोसमा वह स्थान जहाँ एक भी जैन घर नही लेकिन भक्ती श्रद्धा में पूरा गाँव उमड़ता है,

इस भारत भु वसुंधरा पर अनेक महामना ने जन्म लिया व स्व व पर कल्याण की और जीवन सर्वस्व किया। हम बात कर रहे है कोसमा की धरा जो उत्तरप्रदेश में है जहाँ वात्सलय रत्नाकर आचार्य श्री विमल सागर महाराज का जन्म हुआ यह वह पावन भूमि है जहां वात्सलय धाम बना हुआ है।पूज्य आचार्य भगवन का आज 71 वा आज दीक्षा दिवस है।गुरूदेव तो समाधिस्थ हो गए जो नीव व रख गए उसी कारण आज जिनधर्म की ध्वजा पुलकित है।।

यह कहा जाए तो सन्देह नही है कोसमा के कण कण में आज विमल सागर बसे है। जिसका उदाहरण वहां हो रहे सिद्धचक्र महामंडल विधान में देखने को मिल रहा है। जी हा कोसमा के सिद्ध चक्र विधान में पूरा गाँव उमड़ता है। वह संध्या भक्ती!में पूरा गांव भक्ति से ओत प्रोत रहता है। विशेष बात यह भी है, वहां एक भी जैन परिवार नही है, फिर भी वहाँ का समर्पण अभूतपूर्व है।

विभिन्न कार्यक्रम
दि.16 मार्च 2022, बुधबार को वात्सल्य धाम अतिशय क्षेत्र कोसमा मे चल रहे भव्य सिद्ध चक्र विधान के अन्तर्गत वात्सलय रत्नाकर आचार्य विमलसागर सागर जी महाराज का 71 वां मुनी दीक्षा स्म्रती दिवस मनाया जा रहा है। साथ ही सर्वान्गभूषण आचार्य श्री 108 चैत्यसागर जी महाराज का आचार्य पदारोहण दिवस मनाया जाएगा। वही एक पायदान बढ़ते हुए वहां सन्त निवास व अतिथिशाला का लोकार्पण भी किया जाएगा। मिली जानकारी अनुसार समस्त आयोजन प्रात: 9.30 बजे से 11.30 ( विधान के मध्य )होंगे।व नवीन रथ का लोकार्पण भी संपन्न होगा।

संकलन अभिषेक जैन लुहाडीया रामगंजमंडी