फिर विहार में टक्कर, घटनास्थल पर ही देवलोकगमन, क्या आती नहीं षड्यंत्र की बू

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20 जून 2022/ आषाढ़ कृष्ण सप्तमी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
वर्तमान में, पूरे देश में, साधु-संतों के विहार चल रहे हैं वर्षा योग की मंजिल तक पहुंचने के लिए । ऐसे में जब श्रावक भी विहार के लिए पूरी तरह सजग है , जागरूक हैं । ऐसे में एक बार फिर , वही पश्चिमी भारत यानी राजस्थान से , विहार के दौरान वाहन से तेज टक्कर और दुर्घटना के बाद देवलोकगमन की सूचना मिली है। महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान की बेल्ट में अधिकांश विहार की दुर्घटनाएं लगातार मिलती रहती हैं और कभी भी इनकी पूरी तरह जांच नहीं की गई

प. पू. आ. भं. श्रीमद् विजय शांतिचंद्रसूरीश्र्वरजी महाराजा समुदायना प. पू. आ. भंगवत श्रीमद् विजय योग तिलक सूरीश्वरजी महाराजा के आज्ञानुं वर्ती.पूज्य साध्वीजी श्री हितज्ञाश्रीजी महाराज साहेब की शिष्या पूज्य साध्वीजी श्री शास्त्रज्ञा श्रीजी महाराज साहेबजी का पाली के पास एक्सिडन्ट हुआ है और काळधर्म हुआ है

पाली-जोधपुर राजमार्ग पर खारड़ा के निकट मेहसाणा गुजरात की जैन साध्वी शास्त्रज्ञा श्रीजी पाली से जोधपुर की तरफ पैदल विहार करते हुए जा रही थी कि सामने से आ रही कार ने उनको टक्कर मार दी। जिससे साध्वी की मौके पर मौत हो गई। सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में पाली, जोधपुर व रोहट से जैन समाज के लोग पहुंचे।

पाली-जोधपुर राजमार्ग पर घूमटी स्थित गौतमगुण विहार से सुबह करीब साढ़े पांच बजे कई साधु-साध्वियां पैदल जोधपुर के लिए रवाना हुए। खारड़ा व ओम बन्ना धाम के बीच जोधपुर की तरफ से आ रही तेज रफ्तार एक कार ने साध्वी शास्त्रज्ञा को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि साध्वी हवा में करीब 20 फीट उछलने के बाद सिर के बल सड़क किनारे पत्थर पर गिरीं। जिससे उनके सिर में गंभीर चोट लगने पर मौके पर ही मौत हो गई।

संसारी नाम- भाभर निवासी नितीनभाई रमणीकलाल संधवी की संसारी बेटी जिनलबेन
। क्या यह आकस्मिक दुर्घटना है या सोची समझी साजिश। जैन समाज को इस बारे में जरूर जागरूक रहना होगा और आज की इस खबर ने फिर सब को झकझोर दिया है।

पूरी रिपोर्ट इस संबंध में देखिए, कल मंगलवार 21 जून के प्रातः 8:00 बजे चैनल महालक्ष्मी के एपिसोड में।