30 अक्टूबर 2022/ कार्तिक शुक्ल षष्ठी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी
आज हो गया पिच्छी परिवर्तन और चतुर्मास भी हो गया अब पूरा, उसी का संकेत देते हुए संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी मुनिराज ने आज अंतरिक्ष पाश्र्वनाथ शिरपुर में अपने प्रवचन में संकेत दे दिया कि अगला रविवार कहां होगा, पता नहीं। यानी एक जगह खुशहाली आएगी और दूसरी जगह विरानगी।
उनके शब्दों में एक रोएगा, दूसरा ताली बजाएगा, पर भक्ति दोनों की ही है। लोग सोच रहे हैं हमारी और हमारी ओर , पर जिसका पुण्य होगा ।
यह कहकर आचार्य श्री ने स्पष्ट संकेत दे दिया कि पिच्छी परिवर्तन के बाद अननियत बिहारी का कभी भी कहीं मंगल विहार यथाशीघ्र हो सकता है।