आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज एवं उनके संघस्थ साधुओं विरुद्ध फर्जी पत्र डालकर जहर फैलाने वाला पकडा, हर गुमनाम चिट्ठी के मिलते थे 40 हज़ार

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8 जनवरी 2022/ माघ कृष्ण दूज /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी /
सभी जैन बंधुओं के वंदनीय और वर्तमान के श्रेष्ठतम संत, आचार्य श्री विद्यासागर जी मुनिराज एवं उनके संघस्थ, जैन संतो के प्रति अपमानजनक पत्र लिखकर , जैन धर्म के अनुयायियों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध, बंडा, जिला सागर के 50 वर्षीय , संजय जैन ने 17 दिसंबर 2022 को प्राथमिकी दर्ज कराई।

शिकायतकर्ता संजय जैन ने चैनल महालक्ष्मी को बताया कि उनके अनुसार 2016 से कुछ अज्ञात आरोपी , जैन संतों के विरुद्ध, अत्यंत अकथनीय, अशोभनीय, आपत्तिजनक, गुमनाम, टाइप करके पत्र, भारत के विभिन्न पतों पर, साधु-संतों और श्रेष्ठि जनों के पते पर, भेज कर जैन समाज के अनुयायियों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के अपराध करते आ रहे थे। ऐसे चार पत्र अक्टूबर-नवंबर में संजय जैन जी को भी मिले। उसमें जैन धर्म पर विश्वास करने वाले लोगों की धार्मिक भावनाओं और विश्वास का अपमान किया गया । आखिरकार उस पर सीसीटीवी फुटेज से कार्यवाही करते हुए, आखिरकार पुलिस ने एक को पकड़ लिया और 2 दिन पहले उसकी जमानत याचिका भी निरस्त की गई । सूत्रों के अनुसार अभी मास्टरमाइंड का पकड़ा जाना बाकी है। इसकी पूरी जानकारी, चैनल महालक्ष्मी के सोमवार 8 जनवरी को प्रातः 8:00 बजे के, एपिसोड नंबर 1610 देखना ना भूलें- आचार्य श्री के संघ के प्रति अश्लील पत्रों से उगल रहा है जहर।

आरोपी सुरेन्द्र कुमार जैन उर्फ हिम्मूपिता पंचमलाल जैन ललितपुर का रहनेवाला है ।उसनें पुलिस के सामने यह स्वीकार किया है कि वह 2016 से यह कामकर रहा है।अबतक जितने भी पत्र डालें गए है सब मैने डाले हैं।उसनें यह भी बताया कि यह सब पत्र मुझे ललितपुर के एडवोकेट मुन्ना लाल सठियाना प्रदान करते थे। मैं उन्हें पोस्ट करता था । इसके एवज में मुझे गांधीधाम गुजरात निवासी रमेश जी गदिया जैन टेलर प्नाइवेट लिमिटेड नसीराबाद वाले प्रति पत्र ₹40000 आईसीआईसीआई बैंक के माध्यम से देते थे ।जैन टेलर प्राइवेट लिमिटेड के संचालक रमेश जी उनके पुत्र इशान जैन मुझे इस कार्य के लिए प्रेरित करते थे ।उनका मूल उद्देश्य इस प्रकार के पत्रो के माध्यम से मनगढन्त आरोप लगाकर आचार्य श्री विद्यासागर जी एवं उनके संघस्थ विशिष्ट साधु गणों की छवि को खराब करना था।

आरोपी के पास से आठ पत्र ₹40000 और एक स्कूटी बरामद की गई है । आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।