एक बार में सर्वाधिक 28 दीक्षाएँ देने का रिकॉर्ड – आचार्य श्री विद्यासागर द्वारा 28 ब्रह्मचारी भैया जी को क्षुल्लक दीक्षा

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जबलपुर, संभवतः यह एक बार में सर्वाधिक दीक्षाएँ देने का रिकॉर्ड बन गया है ,तिलवारा घाट दयोदय केंद्र परिसर में संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के पावन आशीर्वाद व कर कमलों से 14 अगस्त शनिवार को 28 ब्रह्मचारी भैया जी को क्षुल्लक दीक्षा दी गई । दोपहर 1 बजे से पूर्णायु चिकित्सालय प्रतिभास्थली दयोदय गौशाला जबलपुर में यह कार्यक्रम हुआ

युगशिरोमणी आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के द्वारा दयोदय में दीक्षित क्षुल्लको के नाम

1. ब्र. मल्लकुमार जी जबलपुर
नव नाम क्षु. तत्व सागर जी

2 ब्र. अजय मुन्ना जी लम्हेटा, जबलपुर
नव नाम क्षु. तत्वार्थ सागर जी

3.ब्र. विजय जी साड़ी वाले जबलपुर
नव नाम क्षु. तात्पर्य सागर जी

4.ब्र. संतोष जी सागर
नव नाम क्षु. वर्धन सागर जी

5. ब्र. विमल सेठी गया
नव नाम क्षु. वरदत्त सागर जी

6. ब्र. कोमलचंद जी भोपाल
नव नाम क्षु. वरदान सागर जी

7. ब्र. मुलायमचंद जी बांदकपुर
नव नाम क्षु. अनुग्रह सागर जी

8. ब्र. शीतलचंद जी सिलवानी
नव नाम क्षु. उपमान सागर जी

9. ब्र. महेंद्र जी नरसिंहपुर
नव नाम क्षु. उपकार सागर जी

10. ब्र. कमल किशोर जी आगरा
नव नाम क्षु. सहयोग सागर जी

11. ब्र. नेमिचंद जी बंड,अमरावती
नव नाम क्षु. उपयोग सागर जी

12. ब्र. प्रेमचन्द जी सहारनपुर
नव नाम क्षु. सुयोग्य सागर जी

13. ब्र. चमनलाल जी जबलपुर
नव नाम क्षु. धर्म सागर जी

14. ब्र. रमेशचंद्र जी जबलपुर
नव नाम क्षु. सुधर्म सागर जी

15. ब्र. ज्ञानचंद जी शाढोरा अशोकनगर
नव नाम क्षु. सुगम सागर जी

16. ब्र. नन्हेलाल जी नागपुर
नव नाम क्षु. प्रशम सागर जी

17.ब्र. निर्मल जी बाड़ी-बरेली
नव नाम क्षु. परम सागर जी

18.ब्र. सुभाष देवड़िया शहपुरा भिटौनी
नव नाम क्षु. साम्य सागर जी

19.ब्र. अभयकुमार जी जबलपुर
नव नाम क्षु. समकित सागर जी

20. ब्र. निर्मलचंद जी गढ़ा जबलपुर
नव नाम क्षु. संगत सागर जी

21.ब्र. सुंदरलाल जी तेंदूखेड़ा
नव नाम क्षु. औचित्य सागर जी

22.ब्र. सुरेश जी तेंदूखेड़ा
नव नाम क्षु.भाग्य सागर जी

23. ब्र. वीरेंद्र नायक हथनी खुरई
नव नाम क्षु. शुक्ल सागर जी

24.ब्र. प्रकाशचंद जी परसोरिया सागर
नव नाम क्षु. श्वेत सागर जी

25.ब्र. प्रेमचंद जी बांदकपुर
नव नाम क्षु. विरह सागर जी

26. ब्र. अशोक कुमार जी जबलपुर
नव नाम क्षु. विरत सागर जी

27.ब्र. महेंद्रकुमार जी शहडोल
नव नाम क्षु. अपार सागर जी

28. ब्र. सटरूलाल जी अशोकनगर
नव नाम क्षु. शमदम सागर जी

वर्तमान के ज्ञात इतिहास में पहली बार दिगंबर आचार्य के कर-कमलों से एकसाथ इतनी क्षुल्लक दीक्षाएं प्रदान की गई है