आचार्य भगवन श्री विद्यासागर जी : मात्र 42 दिनों में लगभग 331 km का विहार , 2 पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महामहोत्सव, 1 मूल संस्कार विधि कार्यक्रम, 1 धर्म शाला का शिलान्यास, 1 जैनेश्वरी दीक्षा और 21 क्षुल्लक दीक्षाए

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31 जनवरी 2023/ माघ शुक्ल दशमी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
युग श्रेष्ठ, संत शिरोमणि, आचार्य भगवन श्री विद्यासागर जी महामुनिराज ससंघ का अंतरिक्ष पार्श्वनाथ शिरपूर जैन का ऐतिहासिक चातुर्मास 2022होने के उपरांत दि. 01 नवंबर 2022को मंगल विहार डोणगांव पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए हुआ। डोणगांव पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव उपरांत रिसोड, हराळ, सेनगाव होते हुए अतिशय क्षेत्र नेमगिरी जिंतूर में मंगल प्रवेश हुआ। अतिशय क्षेत्र नेमगिरी जिंतूर में आचार्य भगवन के सानिध्य में प्रथम बार मूल संस्कार विधि का भव्य कार्यक्रम का आयोजन हुआ।

इस आयोजन उपरांत मंगल विहार परभणी पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव हेतू हुआ। परभणी पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव उपरांत अतिशय क्षेत्र शिरड शहापुर में आचार्य भगवन के सानिध्य में श्री 1008 मल्लिनाथ भगवान का जन्म-तप कल्याणक मनाया गया एवं धर्म शाला का शिलान्यास हुआ। शिरड शहापुर से विहार करते हुए हिंगोली, गोरेगाव होते हुए पुनः आचार्य भगवन का अंतरिक्ष पार्श्वनाथ शिरपूर जैन 13 दिसंबर 2022 को दोपहर में मंगल प्रवेश हुआ था

आचार्य भगवन ने मात्र 42 दिनों में लगभग 331 km का विहार किया। इसमें आचार्य भगवन के सानिध्य में 2 पंच कल्याणक प्रतिष्ठा महामहोत्सव, १ मूल संस्कार विधि कार्यक्रम, १ धर्म शाला का शिलान्यास हुआ।

शिरपूर जैन में होने वाले भारत के सबसे बडे मंदिर का शिलान्यास हुआ।और 1 जैनेश्वरी दीक्षा और 21 क्षुल्लक दीक्षाए हुई।