आज आचार्य श्री के विहार और आहार के दृश्य देखने के बाद , हम सब मिलकर प्रार्थना करें, कामना करें, माला जपें, अपने गुरुवर के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए

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संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी मुनिराज ससंघ का आज बुधवार प्रातः कुंडलपुर से विहार हुआ । अनियत विहारी का, अनियत रूप से, अनियत दिशा में हुआ। उनके साथ साथ पूज्य मुनिश्री योग सागर जी महाराज, मुनिश्री सुधासागर जी महाराज, मुनिश्री प्रसाद सागर जी महाराज,मुनिश्री पूज्य सागर जी महाराज, मुनिश्री चन्द्रप्रभ सागर जी महाराज,मुनिश्री अजित सागर जी महाराज, मुनिश्री निस्सीम सागर जी महाराज, मुनिश्री निरामय सागर जी महाराज, मुनिश्री निरंजन सागर जी महाराज, ऐलक श्री दयासागर जी एवम अन्य पूज्य साधुसंघ विहार में शामिल हुए। जब आचार्य श्री चल रहे थे, तब मुनि श्री योग सागर जी महाराज ने उनका बाया हाथ पकड़कर सहारा देते हुए चल रहे थे ,जिसने संकेत दे दिया कि आचार्य श्री का अभी भी स्वास्थ्य ठीक नहीं है। सभी को सही दिशा देने वाले आचार्य श्री अंदर एक द्वंद से जीतने की कोशिश में है ।

इस पर पूरी विशेष रिपोर्ट देखिए गुरुवार 3 मार्च रात्रि 8:00 बजे चैनल महालक्ष्मी के एपिसोड में

मुनि श्री सुधासागर जी महाराज, अजीत सागर जी महाराज आदि 2 किलोमीटर दूर बिलगुवा ग्राम उनके साथ गए । जहां पर उनकी आहार चर्या हुई। आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ की आज आहार चर्या बिलगुवा ग्राम में सम्पन्न हुई।
आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज को नवधा भक्ति पूर्वक पड़गाहन कर आहार देने का परम सौभाग्य प्राप्त किया है-
प्रतिभास्थली की बहनें एवम समस्त प्रतिभास्थली परिवार।

आहार चर्या के चित्र देखकर भी स्पष्ट लग रहा था कि किस तकलीफ से गुजर रहे हैं हमारे आचार्य श्री। मुद्रा लेते हुए जिस तरह वह चले ,वे दृश्य सचमुच आंखों को आंसुओं से भर देता है । उनके माथे पर शिकन नहीं थी ।

जब विहार कर रहे थे, तो उन्होंने पिछी उठाकर, लोगों को बहुत आशीर्वाद दिया । चेहरे पर पूरी मुस्कुराहट रखी , पर अपने अंदर जो तकलीफ थी, उसको बाहर जागृत नहीं करने दिया। ठीक उसी तरह जैसे समाज आज चाहता है कि उनका कोई फोटो विहार या आहार का नहीं दिखाई जाए। अटूट बंधन है गुरु का भक्तों से और भक्तों का गुरु से।

मुनि श्री सुधासागर जी महाराज, अजित सागर जी महाराज, पूज्य सागर जी महाराज, निरंजन सागर जी महाराज, ऐलक दयासागर जी महाराज एवम कुछ अन्य महाराज वापिस कुण्डलपुर लौट आये । अन्य महाराज जी फिलहाल तो पूज्य आचार्यश्री जी के विहार में रहेंगे आगे जैसा परिवर्तन , संकेत होगा बाद में ज्ञात होगा।

संत शिरोमणि आचार्यश्री विद्यासागर महामुनिराज ससंघ(8 पिच्छी) का सिद्धक्षेत्र कुण्डलपुर से विहार में सघस्थ साधू
आचार्यश्री विद्यासागर महामुनिराज
निर्यापक श्रमण योगसागर मुनिराज
निर्यापक श्रमण प्रसादसागर मुनिराज
पूज्यश्री चन्द्रप्रभसागर मुनिराज
पूज्यश्री पुराणसागर मुनिराज
पूज्यश्री निरामयसागर मुनिराज
पूज्यश्री निस्सीमसागर मुनिराज
ऐलकश्री सिद्धान्तसागर महाराज

आचार्य गुरुदेव श्री विद्यासागर महाराज का कुंडलपुर से आज 2 मार्च को दोपहर 2:30 बजे ससंघ मंगल विहार बिलगुआं से हिनौती की ओर हुआ, रात्रि विश्राम ग्राम हिनौती में संभावित…. यहां से कुंडलपुर की दूरी 7 किलोमीटर है
कुंडलपुर से भी कुछ संघों के बिहार हो सकते हैं

दोपहर लगभग 2 बजे पुनः अग्रिम मंगल विहार शुरूहुआ। आचार्यश्री जी के परम पूज्य 108 श्री योगसागर जी महाराज जी ने एक हाथ से पकड़ा हुआ है, लगता है जैसे स्वास्थ्य पूरी तरह अच्छा नही हुआ गुरुजी का।

लगभग 5 बजे के पूर्व ही पूज्य आचार्य भगवन श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ का मंगल आगमन, कुम्हारी ग्राम में हुआ।

रात्रि विश्राम कुम्हारी ग्राम में ही होगा
आचार्यश्री जी के साथ हैं-
● पूज्य मुनि श्री योग सागर जी महाराज
● पूज्य मुनि श्री प्रसाद सागर जी महाराज
● पूज्य मुनिश्री चन्द्रप्रभ सागर जी महाराज
● पूज्य मुनि श्री पुराण सागर जी महाराज
● पूज्य मुनि श्री निरामय सागर जी महाराज
● पूज्य मुनि श्री निस्सीम सागर जी महाराज
● ऐलक श्री सिद्धांत सागर जी महाराज
रात्रि विश्राम- कुम्हारी,जिला-दमोह 16km

कुण्डलपुर , 2 मार्च प्रातः से दोपहर 4 बजे तक जिन आर्यिकासंघो की मंगल विहार की सूचना मिली उनकी जनकारी निम्नानुसार है।

प्रातःकाल-
◆ आर्यिका श्री पूर्णमति माताजी ससंघ
◆ आर्यिका श्री तपोमति माताजी ससंघ

मध्यान्ह काल-
◆ आर्यिका श्री दृढ़मति माताजी ससंघ
◆ आर्यिका श्री अनन्तमति माताजी ससंघ