11 जुलाई 2021,रविवार :मुनि श्री सौम्य-विनम्र सिंधु ससंघ का देवाधिदेव शीतलनाथ भगवन की अतिशयकारी विदिशा नगरी में मंगल प्रवेश

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परम पूज्य आचार्य भगवन् गुरूवर श्री विद्यासागर जी ऋषिराज के परम शिष्य मुनि श्री सौम्यसागर जी,मुनि श्री विनम्रसागर जी महाराज ससंघ का चातुर्मास हेतु विदिशा नगरी में भव्य आगमन होने जा रहा है। परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का शीतलधाम,विदिशा में भी भव्य समवशरण के साथ ऐतिहासिक चातुर्मास संपन्न हुआ था और अब पुनः मात्र एक-दो नही एक साथ 10 महामुनिराजों का भव्य चातुर्मास की स्थापना विदिशा नगरी में होने जा रही है।


मंगल सानिध्य

पूज्य सौम्य सागर जी महाराज
पूज्य विनम्र सागर जी महाराज
पूज्य निस्वार्थ सागर जी महाराज
पूज्य निस्पृह सागर जी महाराज
पूज्य निश्चल सागर जी महाराज
पूज्य निर्भीक सागर जी महाराज
पूज्य नीराग सागर जी महाराज
पूज्य निर्मद सागर जी महाराज
पूज्य निसर्ग सागर जी महाराज
पूज्य ओमकार सागर जी महाराज

विदिशा नगरी जहाँ
दसवें तीर्थंकर श्री शीतलनाथ भगवन् के 4 कल्याणक सम्पन्न हुए।
2014 में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का चातुर्मास सानंद सम्पन्न हुआ।जिसमे आचार्य भगवन ने अपने कर कमलों से 4 जैनेश्वरी दीक्षाये प्रदान की।
करीब 35 करोड़ रुपये की लागत से विशाल समवशरण मंदिर का निर्माण हो रहा है। यह देश का पहला ऐसा समवशरण मंदिर होगा, जिसकी ऊंचाई 108 फीट होगी।
शीतलधाम 18 बीघा भूमि में चारो ओर फैला हुआ है।
आचार्य भगवन् के शुभाशीष से अनेक सन्तो के चातुर्मास इस धरा को मिलते ही रहते है।पिछले वर्ष पूज्य मुनि श्री समतासागर जी ससंघ का चातुर्मास विदिशा नगरी को मिला।

निश्चित रूप से विदिशा नगरी अब एक बार पुनः विश्व के मानचित्र में उभर कर आएगी और स्वयं को धन्य-धन्य कर नमोस्तु भगवन् के जयकारों से गूंज उठेगी।
– पुण्योदय विद्यासंघ