पर्युषण के 10वें धर्म के दिन, भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी ,19 सितम्बर, दिन रविवार,को आ रहा है, पहले बाल ब्रह्मचारी , केवल एक मात्र तीर्थंकर, जिनके पांचो कल्याणक, एक ही स्थान चम्पापुर में हुए.
श्री वासुपूज्य भगवान का मोक्ष कल्याणक दिवस इस वर्ष 19 सितम्बर , भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी को, आप 53 ,99 ,999 वर्ष के केवली काल के बाद चम्पापुर की मन्दारगिरी पर्वत से अपरान्ह काल में 600 मुनिराजों के साथ मोक्ष गए,
आपका तीर्थ काल 30 सागर वर्ष से अधिक का रहा, जिसमें एक पल्य वर्ष का धर्म विछेद भी रहा, बोलिये 12वें तीर्थंकर श्री वासुपूज्य भगवन के मोक्ष कल्याणक की जय, जय, जय