22 दिसंबर 2022/ पौष कृष्णा त्रयोदिशि /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
परम पूज्य आचार्य श्री 108 अतिवीर जी मुनिराज के पावन सान्निध्य में अतिशय क्षेत्र देहरा तिजारा के इतिहास में प्रथम बार श्री चन्द्रप्रभ व श्री पार्श्वनाथ भगवान के जन्म-तप कल्याणक महोत्सव का भव्य आयोजन दिनांक 19 दिसम्बर 2022 को महती धर्मप्रभावना के साथ संपन्न हुआ| प्रातः काल भक्तों ने देहरा मन्दिर व चंद्रगिरि वाटिका में विराजमान श्री चन्द्रप्रभ भगवन की प्रतिमा का अभिषेक कर पुण्यार्जन किया तथा सभी ने सामूहिक पूजन में हिस्सा लिया|
सायं काल में जैन युवा मण्डल व महिला मंडल के अथक प्रयासों से क्षेत्र में प्रथम बार दीपोत्सव का ऐतिहासिक आयोजन देहरा मन्दिर परिसर में किया गया| समस्त परिसर में आकर्षक रंगोली व दीपकों से विभिन्न कलाकृतियां बनायीं गयी जिन्हे देखकर सभी मंत्रमुग्ध हो गए| 21,000 दीपकों की झिलमिल रौशनी से पूरा मन्दिर अत्यंत रमणीय व मनमोहक लग रहा था| इस अवसर पर भक्तों ने सुमधुर भजनों के माध्यम से प्रभु की भक्ति सरोवर में खूब गोते लगाए|
कार्यक्रम के अंत में देहरे वाले बाबा की 1008 दीपकों से महा-आरती की गयी| इस अवसर पर तिजारा व निकटवर्ती नगरों से भारी संख्या में जनसमुदाय ने उपस्थित होकर धर्मलाभ प्राप्त किया तथा मन्दिर की आकर्षक सज्जा का भरपूर का आनंद लिया|
उल्लेखनीय है कि पूज्य आचार्य श्री के पावन सान्निध्य में नव वर्ष की पूर्व संध्या पर भजन संध्या का भव्य आयोजन दिनांक 31 दिसम्बर 2022 को अतिशय क्षेत्र देहरा तिजारा में किया जा रहा है| 1 जनवरी 2023 को महामस्तकाभिषेक संपन्न होगा|