22 मार्च/चैत्र कृष्णा पचमी /चैनल महालक्ष्मीऔर सांध्य महालक्ष्मी/
कश्मीर_फाइल्स क्या देखी आपने?
पर असली तो अभी देखनी बाकी है
क्या किसी में हिम्मत है कि इस पर फिल्म बनाये?
क्या कोई मुख्यमंत्री उसको TAX FREE करने की हिम्मत दिखा सकेगा?
मंगलवार 22 मार्च रात्रि 8 बजे youtube/ChannelMashalaxmi पर असली तो अभी देखनी बाकी है
आज हर की जुबान पर है, द कश्मीर फाइल्स। जैन हो, हिंदू हो, सिख हो, क्रिश्चियन हो, आज हर किसी ने कश्मीरी पंडितों पर हुए बरपाए गए कहर को देखा।
कश्मीर की सच्ची घटना को फिल्मी अंदाज में कुछ मसाला लगाकर पेश किया द कश्मीर फाइल्स। जरूरी है कि हम अपने इतिहास को जाने । इतिहास में क्या सही हुआ, क्या गलत हुआ, यह निर्णय जनता पर छोड़ दें । पर उसके लिए निर्भीक सत्य और अपने मंसूबों से रहित , अगर कदम बढ़ाए जाते हैं, तो वह निश्चित प्रशंसा के पात्र हैं।
पर किसी की आड़ में ,अपनी रोटियां सेकना, राजनीतिक रंग देखना ,वह हमारे भाईचारे को खत्म तो नहीं कर रहा ,यह सवाल भी कुछ पूछते हैं।
पर निर्णय यही है कि हमारा इतिहास जो रहा है , वह सबके सामने आना ही चाहिए। चुन-चुन कर , गिन गिन कर, केवल उन पन्नों को निकालना, जो हमारी राजनीति को, हमारी पार्टी को, हमारी छवि को या दूसरे की छवि को नीचा करने में या दूसरे को नीचा दिखाने में रंग लाती हों, ऐसी स्थिति को नहीं आने देना चाहिए।
इतिहास देखिए , यह उत्तर का इतिहास है , यह कश्मीर का इतिहास है, जहां कश्मीरी पंडितों से बर्बरता हुई। जुल्म ढाए गए । सचमुच उनको देखने से ही आंखें आंसुओं से भर जाती हैं। मन में पीड़ा उठती है और कहीं बार खून खोलने लगता है। पर क्या केवल यही इतिहास है।
हां, अगर राजनीति का रंग और चढ़ा तो आपको 1984 कांड, गुजरात कांड, और ऐसे कई कांड , दिखाये जाते रहेंगे। पर चुन चुन कर , दिखाने की बजाय ,अगर सत्य का सामना करना है , इतिहास को दिखाना है ,तो कुछ और भी दिखाना होगा।
आज हम आपको उत्तर की कश्मीर का देखने के बाद, इसके बाद, ऐसी ही एक दक्षिण की कश्मीर फाइल के बारे में बताते हैं , जिसके बारे में सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो सकते हैं । लेकिन इसको, क्या कोई फिल्म के रूप में अभिनीत कर पाएगा?
किसी में इतनी हिम्मत होगी कि वह दिखा दे?
क्या हमारी निष्पक्ष सरकार इस को दिखाने की मंजूरी तक दे
क्या कोई मुख्यमंत्री इस को टैक्स फ्री करने की अपनी हिम्मत दिखा सकेगा?
क्या इसको भी सभी लोग उसी नजर से देखेंगे जैसे उन्होंने कश्मीर फाइल्स देखी?
क्या कोई बड़े नेता इसकी अनुमोदना कर पाएंगे ?
शायद इन सब का जवाब ना मिले ।
पर हम को प्रयास तो करना होगा । सच्चे इतिहास को दिखाने के लिए, आज देर शाम 8:00 बजे यूट्यूब चैनल महालक्ष्मी पर आपको वही एक और इतिहास का काला पन्ना दिखाने का प्रयास करेंगे , उत्तर में कश्मीरी पंडितों पर बनाई गई द कश्मीर फाइल्स और यह होगी दक्षिण की वह घिनौनी फाइल, असली क्रूर तांडव, जो शायद इस इतिहास को बहुत लोग नहीं जानते कि क्रूरता और बर्बरता का महा तांडव किसने ,किस पर, किया ,क्या हुआ और आज भी उस महा तांडव के चलते उसको पूजा तक जाता है। मंदिरों में रखा हुआ, दर्शाया गया है। पर भीतर ही भीतर , उस इतिहास को मिटाने की कोशिश की जा रही है। इतिहास को देखना है, तो इसको भी जानिए । और हिम्मत है तो इसको भी उतनी ही प्रखरता से जानिए , जितना आप कश्मीर फाइल को जानने की कोशिश कर रहे हैं।
क्या कभी जैन समाज के लोगों ने यह विचार किया जो घटनाक्रम क़रीब 30 वर्षों पहेले कश्मीर में पंडित समुदाय के साथ हुआ था वो ही घटनाक्रम जैन समुदाय पर इससे भी ज़्यादा बर्बरता , दर्दनाक, ख़ौफ़नाक रूप से दक्षिण भारत के मदुराई और मद्रास मे घटित हुआ था । गोवा में हुआ था । एक साथ 50000 साधु-साधवी ओर 500000 जैन को नरसंहार हुआ था। कारण क्या था ? जैन सब समुदाय, पंथ व गच्छ में बट गये। हमारे साधु और समाज के ठेकेदार अपना अस्तित्व और इतिहास ही भूल गए , नेताओ की चापलूसी में लग कर ,अपने ही समाज के साथ कुठाराघात कर रहे है।