काकंदी नगर के महाराजा सुग्रीव की महारानी जय रामा देवी के गर्भ से मंगसिर शुक्ल एकम को ९ वे तीर्थंकर श्री पुष्पदंत जी का जन्म हुआ। तीर्थंकर श्री चंद्रप्रभु के मोक्ष जाने के 90 करोड़ सागर के बाद आपका जन्म हुआ । आपका कद 125 धनुष और आयु 200000 वर्ष पूर्व थी। उल्कापात को देखकर आपको वैराग्य हो गया और मंगसिर शुक्ल एकम को 1000 राजाओं के साथ पुष्पक वन में अपराह्न काल में नाग वृक्ष के नीचे दीक्षा ली। आपने 4 वर्ष तक तप किया। बोलिए तीर्थंकर श्री पुष्पदंत जी की जय।
तीर्थक्षेत्र कमेटी का 125वां स्थापना वर्ष मनाने का शंखनाद ॰ हर...
॰ युवाओं, महिलाओं, उद्यमियों, पत्रकारों, विद्वानों का आह्वान
॰ 22 अक्टूबर 2026 से 22 अक्टूबर 2027 तक मनाया जाएगा तीर्थ संरक्षण महोत्सव
॰ शुरूआत स्थापना स्थल...