काकंदी नगर के महाराजा सुग्रीव की महारानी जय रामा देवी के गर्भ से मंगसिर शुक्ल एकम को ९ वे तीर्थंकर श्री पुष्पदंत जी का जन्म हुआ। तीर्थंकर श्री चंद्रप्रभु के मोक्ष जाने के 90 करोड़ सागर के बाद आपका जन्म हुआ । आपका कद 125 धनुष और आयु 200000 वर्ष पूर्व थी। उल्कापात को देखकर आपको वैराग्य हो गया और मंगसिर शुक्ल एकम को 1000 राजाओं के साथ पुष्पक वन में अपराह्न काल में नाग वृक्ष के नीचे दीक्षा ली। आपने 4 वर्ष तक तप किया। बोलिए तीर्थंकर श्री पुष्पदंत जी की जय।
महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान में क्या ‘महावीर स्वामी दिगम्बर स्वरूप में नहीं...
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30अक्टूबर...