धर्म भावों की शुद्धि करता है,परिणामों की विशुद्धि का नाम धर्म है , जहा जीव को शांति मिलती है, वहीं तीर्थ है,तीर्थ यात्रा करना भी धर्म है -गणिनी आर्यिका स्वस्ति भूषण माताजी

0
473

माताजी का दौसा में आज भव्य मंगल प्रवेश -आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर पर उपाध्याय उर्जयन्त सागर महाराज से भव्य मिलन-मिडवे के सामने मंगल प्रवेश जुलूस — पदमपुरा से महावीर जी होते हुए ज्ञान तीर्थ मुरैना के लिए हो रहा मंगल विहार
14 नवंबर 2022/ मंगसिर कृष्ण षष्ठी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/ जयपुर/दौसा
धर्म भावों की शुद्धि करता है। परिणामों की विशुद्धि का नाम धर्म है । जहा जीव को शांति मिलती है वहीं तीर्थ है। तीर्थ यात्रा करना भी धर्म है।

आत्मा में जाने के सारे धर्म व्यवहार धर्म है्। आहार हेतु जहां चार शुद्धि होती है वह चौका है। माताजी ने शुद्धि के प्रकार बताये । द्वव्य शुद्धि,क्षेत्र शुद्धि,काल शुद्धि,भाव शुद्धि । माताजी ने कहा कि बच्चों में संस्कार माता पिता से आते है।
मोबाइल के कई फायदे हैं,घर बैठे आपको धर्म की जानकारियां एवं धर्म करने का मौका मिल जाता है। अतः मोबाइल का सही उपयोग करना चाहिए। मनुष्य क्रोध,कषाय,मान,लोभ के कारण थक जाता है । सेवा एवं कल्याण कार्यों को भी धर्म करना कहते हैं। धर्म मानव को शान्ति देता है।

धर्म सच्चे सुख में ले जाता है। अतः सभी मनुष्यों को धर्म अवश्य करना चाहिए।
ये उदगार भारत गौरव, स्वस्ति धाम प्रणेत्री गणिनी आर्यिका स्वस्ति भूषण माताजी ने रविवार 13 नवम्बर को जयपुर -दौसा रोड पर राजपूत कालोनी में स्थित दौसा जैन समाज के अध्यक्ष आलोक जैन के आवास पर आयोजित धर्म सभा में व्यक्त किए। धर्म सभा का मंच संचालन राजस्थान जैन सभा जयपुर के मंत्री विनोद जैन ‘कोटखावदा ‘ने किया। धर्म सभा का मंगलाचरण श्री विद्यासागर यात्रा संघ जयपुर के मुख्य संयोजक मनीष चौधरी ने किया। श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र पदमपुरा कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट सुधीर जैन ने अपने उदबोधन में सभी का स्वागत किया।

चातुर्मास कमेटी के उपाध्यक्ष विनोद जैन ‘कोटखावदा’ ने बताया कि माताजी ससंघ का पदमपुरा से जयपुर ,श्री महावीर जी होते हुए ज्ञान तीर्थ मुरैना के लिए मंगल विहार चल रहा है।

श्री जैन के मुताबिक माताजी ससंघ का दौसा के रोडवेज बस स्टैंड के सामने स्थित श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर सोमवार,14 नवम्बर को प्रातः 8.00 बजे भव्य जुलूस के साथ मंगल प्रवेश । जहां उपाध्याय उर्जयन्त सागर महाराज से मंगल मिलन ।इस मौके पर जयपुर सहित आसपास के गांवों कस्बों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु गण शामिल ।

माताजी ससंघ के श्री महावीर जी होते हुए मुरैना हेतु मंगल विहार में चातुर्मास कमेटी के साथ राजस्थान जैन युवा महासभा, जयपुर,श्री दिगम्बर जैन पद यात्रा संघ जयपुर , चातुर्मास कमेटी सहित विभिन्न महिला मण्डल व युवा मण्डल सहभागिता निभा रहे हैं।
विनोद जैन कोटखावदा