26 अगस्त 2024// भाद्रपद कृष्णा त्रयोदशी //चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/शरद जैन /
किशनगढ़ में आचार्य श्री सुनील सागरजी से तीर्थक्षेत्र कमेटी के प्रति समाज की जागरूकता पर चर्चा हुई। इस चर्चा में तीर्थक्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष बाबू जम्बू प्रसाद जैन, राजस्थान अंचल अध्यक्ष राजकुमार जैन कोठारी, तीर्थक्षेत्र कमेटी के संरक्षक अशोक पाटनी, सुनील सागर चातुर्मास समिति के अध्यक्ष विनोद पाटनी, चैनल महालक्ष्मी के शरद जैन व कुछ अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
तीर्थक्षेत्र कमेटी के प्रति जनमानस की जागरूकता व सहभागिता का विषय चैनल महालक्ष्मी ने उठाया। 122 वर्ष प्राचीन, तीर्थों की सुरक्षा, संरक्षण, संवर्धन के प्रति समर्पित, संस्था के प्रति साधु-संतों का लगाव व झुकाव नहीं देखा जाता, वहीं मंदिरों-तीर्थों की सहभागिता व जनमानस में जागरूकता भी नहीं हो पा रही, ऐसे में इसको आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिये क्या छोटी – बड़ी योजनायें रखी जायें, जिससे हर मंदिर – तीर्थ जुड़े। वैसे तीर्थक्षेत्र कमेटी सभी मंदिर-तीर्थों से कमेटी का सदस्य बनाने की अपील करती रही है, पर यथायोग्य सहयोग नहीं मिल पा रहा। जब तक जुड़ेंगे नहीं, मजबूती नहीं आयेगी।
इस पर आचार्य श्री सुनील सागरजी ने एक योजनाबद्ध जागरूकता अभियान शुरू करने पर बल दिया, जिसमें अंचलिक कमेटियों की प्रमुख सहभागिता रहे।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आगामी कार्तिक अमावस को वर्तमान जिनशासन नायक तीर्थंकर महावीर स्वामी के 2550वें निर्वाण महोत्सव का समापन हो रहा है। ऐसे में सभी साधु-संतों के आशीर्वाद से एक आह्वान करें कि हम इस बार निर्वाण लाडू से जो सहयोग राशि एकत्रित हो, वो तीर्थक्षेत्रों के लिये समर्पित हो तथा वह तीर्थक्षेत्र कमेटी को जमा कराये। राशि भले ही छोटी हो, पर सहभागिता अधिक की हो। जितनी अधिक सहभागिता, उतनी अधिक जागरूकता।
और फिर इसी तरह हर तीर्थंकर के मोक्ष कल्याणक पर जहां-जहां निर्वाण लाडू कार्यक्रम हो, वहां भी इसी तरह की व्यवस्था हो।
इस जागरूकता कार्यक्रम के लिये आचार्य श्री ने चैनल महालक्ष्मी से विशेष रूप से कहा कि इस संबंध में आप तीर्थक्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष जम्बू प्रसाद जैन जी के साथ मिलकर इस अभियान को आगे बढ़ायें, जिससे 125वें साल तक हर साधु, हर विद्वान, हर मंदिर व प्रत्येक व्यक्ति इस अभियान में किसी न किसी रूप में यथोचित योगदान दे सके।
अशोक पाटनी जी निवास पर तीर्थ सुरक्षा चर्चा
पिछली बार तीर्थक्षेत्र कमेटी के संरक्षक व अग्रणी दानवीर अशोक पाटनी जी के कार्यालय में तीर्थ कमेटी के अध्यक्ष बाबू जम्बू प्रसाद जैन तथा चैनल महालक्ष्मी के शरद जैन की तीर्थों के संरक्षण-संवर्धन पर योजनाबद्ध पहल की एक रूपरेखा बनाने पर चर्चा हुई थी।
उसी कड़ी में उनके निवास पर एक सार्थक शुरूआत 26 अगस्त को श्री सम्मेद शिखरजी के साथ हुई। इस बार उन्होंने अपने जीवन के एक सफल सूत्र को भी बताया कि विवादों, केसों को हमेशा समन्वय से हल करें। उन्होंने कहा कि हमारे व्यवसाय आर के मार्बल्स, वंडर सीमेंट, फाइनेंस आदि अनेक प्रतिष्ठान हैं, पर आज तक हमारे द्वारा कभी कोई केस अदालत में नहीं किया गया। जितना समय उसको लड़ने में निकालोगे, उतने समय में और वृद्धि पर कार्य कर सकते हैं। इसी तरह तीर्थों की सुरक्षा-संवर्धन को करते हुये हमें अदालत में जाने से पहले हर कोशिश बातचीत से समन्वय बनाने की करनी होगी, जिसके लिये जम्बू प्रसाद जी सदा पहल करते रहते हैं।
चैनल महालक्ष्मी ने उनसे वंदनीय साधुओं को तीर्थक्षेत्र कमेटी के साथ जुड़ाव से संबंधित पहल पर आगे आने को कहा। इस चर्चा में सुनील सागर चातुर्मास समिति के अध्यक्ष विनोद पाटनी जी भी मौजूद थे।