गुरुदेव मेरे लिये सिर्फ गुरु नही रह गए हैं वे मेरे लिये जीवंत तीर्थ बन गए हैं और में उसी तीर्थ की वंदना करने जा रहा हूं : मुनि पुंगव सुधासागर जी

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निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव सुधासागर जी महाराज की जय जय कार समूचा विश्व यू ही नही करता बल्कि उनकी साधना और प्रभावना लोगो को जय जयकार करने की प्रेरणा देती हैं जी हां वर्ष 2022 के प्रथम दिन का स्वागत करने का जो बेहतरीन तरीका पूज्यवर ने बताया उसे बुजुर्गों ने ही नही युवाओं ने भी हाथों हाथ लिया और उसी प्रभाव के चलते कल अतिशय क्षेत्र शुभोदय पर भूगर्भ से निकलने वाले जिनबिम्बो पर अभिषेक /शांतिधारा करने वालो की लंबी लाइन लगी देखी गयी

निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव सुधासागर जी महाराज औरों के लिये केवल संत हो सकते हैं मगर मेरे लिये तो वे भगवान हैं क्योंकि भगवान तो बोलते नही और आज के लोग हैं जो बगैर टोके सुनते नही इसलिये में कहता हूं कि वो मेरे लिये भगवान हैं वे हमारे जीवन मे आने वाली बुराइयो को बताते हैं उनसे होने वाले नुकसान से आगाह करते हैं और उससे निजात पाने का रास्ता भी बताते हैं और कल मेरे साथ साथ उन्हें अपना भगवान मानने वाले समस्त युवाओं ने शुभोदय मे अपनी उपस्थिति दर्ज करायी_

आचार्य गुरुदेव से होने वाले मंगल मिलन /दर्शन के पूर्व मन मे उठने वाली भावनाओ को बताने की बात जब एक भक्त द्वारा पूछी गयी तो मुनि श्री के जबाब ने सारी दुनिया का मन मोह लिया उन्होंने कहा कि
गुरुदेव मेरे लिये सिर्फ गुरु नही रह गए हैं वे मेरे लिये जीवंत तीर्थ बन गए हैं और में उसी तीर्थ की वंदना करने जा रहा हूं जी हां आचार्य गुरुदेव के चरण पखारने की आस लिये मुनि पुंगव सुधासागर जी महाराज बड़ी ही तेजी के साथ कुंडलपुर की ओर विहार कर रहें हैं, कुंडलपुर जो स्वयं एक बड़ा तीर्थ हैं मगर आचार्य गुरुदेव विद्यासागर जी महाराज जिन्हें निर्यापक श्रमण सुधासागर जी महाराज के अनुसार जीवंत तीर्थ की उपमा देकर कुंडलपुर की प्रसिद्धि को चार चांद लगा दिए हैं अब कुंडलपुर में अतिशय ही अतिशय दिखाई देंगे

_कल का दृश्य देखकर मुझे सांगानेर का वह दृश्य आंखों के सामने झूम गया जब दिन भर भक्तों की लाइन कलश लिये अपनी बारी का इंतजार करते खड़े रहते थे कल भी एक बजे से पांच बजे तक बराबर लोगो की लंबी लाइन लगी रही भीषण ठंड के बाबजूद भी सिर्फ धोती दुपट्टा पहिनकर लाइन में खड़े होकर अभिषेक करने की प्रेरणा मुनि श्री के प्रवचनों के माध्यम से मिलती हैं

उनकी कही एक बात (नए वर्ष का आगाज करने के लिये होटलों पर मत जाइए मेरे पास आइए हम आपको अवसर देंगे पुण्य भी मिलेगा और वर्ष के मंगल होने की गारंटी भी)और बस इसी बात से प्रभावित होकर हम सबने अभिषेक भी किया और शांतिधारा भी_

निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव सुधासागर जी महाराज का मंगल आशीर्वाद आप सभी को सदा मिलता रहे इसी मंगल कामना के साथ

श्रीश ललितपुर ९४१५५०७९६०

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