सान्ध्य महालक्ष्मी डिजीटल
नई दिल्ली। अहिंसा स्थल महरौली दिल्ली में 01 अक्टूबर 2021 को परम पूज्य बुंदेलखंड केसरी आचार्य 108 श्री सिद्धांत सागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य परम पूज्य बाल योगी आचार्य 108 श्री सौभाग्य सागर जी महाराज के कर कमलों से निमा जैन (कुडिला म.प्र.), दिल्ली निवासी को समाधि हेतु दोपहर 2:55 पर क्षुल्लिका दीक्षा प्रदान की गई और नाम क्षुल्लिका शुभगति मति जी रखा गया।
तत्पश्चात् ही समाधिमरण की भावना से सल्लेखना प्रारंभ हो गई। 02 अक्टूबर को महाराजश्री ने क्षुल्लिका श्री को संबोधन दिया जिसमें कहा – संसार असार है, आप जानते हो संसार के सभी जीवों से आपने क्षमा याचना की, सभी जीवों के प्रति आपने समता भाव धारण कर लिया है। अब कोई मेरा नहीं है और न हम किसी के हैं।