आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की प्रेरणा से यह शोध मंदिर वर्ष 1992 में स्थापित हुआ है ।
यहां 25000 पांडुलिपियों का अन्वेषण सूचीकरण प्रकाशन जैन शोधार्थियों का शोध अध्ययन उपलब्ध कराई जा रही है ।
नवनिर्मित विशाल मंदिर में आदिनाथ भगवान की 11 फीट ऊंची मनोज्ञ प्रतिमा स्थापित हो चुकी है।
यह आध्यात्मिक मंदिर है जहां दर्शनों के अलावा विशाल ग्रंथलाय जो बीना शहर से 4 km खुरई रोड पर स्थापित है ।
श्रुतधाम नाम से संपूर्ण भारत में इसकी ख्याति हो रही है । आवास एवं भोजन सुविधाएं भी है ।