21 अप्रैल 2023/ बैसाख शुक्ल एकम/चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/EXCLUSIVE
सबसे पहले, हमें अपनी आंखों से दिगंबर – श्वेतांबर रूपी चश्मे को उतारना होगा , और हम जैन हैं और जैन के रूप में ही बात को करना होगा। आपस में मतभेद होता है, पर मनभेद नहीं। गत 20 मार्च को, दोनों भाइयों में आपसी सौहार्द में समझौता हुआ, जिला प्रशासन व पुलिस ने उसमें अगुवाई की ।
मिठाई बांटी गई, खाई गई। और फिर विधिवत 23 मार्च से लेप की प्रक्रिया शुरू हुई, जिसमें पहले चरण का लेप 30 मार्च तक चला, बीच में कुछ ऊंच-नीच हुई, जिस पर 5 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने एक अंतरिम आदेश भी जारी किया और जिला प्रशासन की देखरेख में उस को आगे बढ़ाने के लिए कहा।
इस बीच कल 20 अप्रैल तक, ऐसा क्या हो गया, जैन समाज को अब एक महारैली का वाशिम के जिला कलेक्टर के कार्यालय तक आयोजन करने की अपील करनी पड़ गई?
क्या अपडेट है अब प्रतिमा के लेप का?
पुलिस के पास रखे गए रजिस्टर में क्या कुछ शिकायतें कभी दर्ज हुई?
क्या कभी उसके वास्तविक मूल स्वरूप को बदलने की कोई कारीगर चेष्टा कर रहा है, जिसे जैन समाज में स्वीकार नहीं कर रहा है?
जैन भाई क्या चाहते हैं ?
इन सब का खुलासा आज शुक्रवार 21 अप्रैल को रात्रि 8:00 के विशेष एपिसोड में नंबर 1817 चैनल महालक्ष्मी करेगा। समाज के हित में, पूरे जैन समाज अपने मतभेद भुलाकर, हमें प्रतिमा को आकर्षक रूप में लाना है और उसे उसी मूल स्वरूप में रखना है, जैसा दोनों भाइयों के बीच 20 मार्च को हस्ताक्षरित समझौता हुआ। जिसके लिए पुलिस प्रशासन ने भी अगुवाई की और बाद में संयुक्त रूप से प्रेस को भी उसकी जानकारी दी
देखिएगा जरूर , आज शुक्रवार 21 अप्रैल को रात्रि 8:00 1817 एपिसोड