10 मार्च 2023/ चैत्र कृष्ण तृतीया/चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/शरद जैन/EXCLUSIVE
40 वर्षों से सरकारी तालों में बंद, अंतरिक्ष पाश्र्वनाथ जी को ताले से खुलने की आशा तब बंध गई थी, जब गुरुवर आचार्य श्री का शिरपुर में चातुर्मास हुआ । आपसी विवाद एक तरफ और सरकारी ताले खोलना सबसे महत्वपूर्ण है । विवाद बाद में निपट जाए, पर ताला खुलना आवश्यक है।
उसी भावना को आगे रखते हुए अदालत में उचित कार्यवाही की गई और आखिरकार अंतरिम आदेश भी आया, कि ताले खुल जाएंगे । किस को क्या अधिकार मिलेगा 1905 के पुराने विवाद को निपटाने के लिए , वही पुरानी बात अदालत ने अंतरिम आदेश में दोहरा दी। पर उस निर्णय के बाद, सोशल मीडिया पर कई तरह की आधी, अधूरी जानकारियां आने लगी, सच्चाई से परे, अपनी अपनी जीत बताने के दावे होने लगे। शिरपुर में तो जलूस तक निकले।
अभी ताले खोलने की प्रक्रिया में काफी समय लगेगा। पर इस बीच चैनल महालक्ष्मी इतिहास के पन्नों में दबी उस सच्चाई को उजागर करेगा, जो हममें से अधिकांश नहीं जानते।
क्या वहां पर 16 वेदियां है। किसी ने देखी हैं ?
कोई चित्र है उनके ?
वैसे दावे होते हैं कि सभी वेदियां दिगंबर स्वरूप में है ।
केवल एक प्रतिमा पर विवाद चल रहा है। क्या है सच्चाई ?
इसकी जड़ तक जाना चाहिए । उन वेदियों के पहली बार आपको चैनल महालक्ष्मी, चित्र दिखाएगा जो आज तक शायद आप में से किसी ने देखे नहीं होंगे ।
उन प्रतिमाओं की ऐसी दुर्दशा हो रही है कि आंखों से स्वतः आंसू निकल पड़ेंगे झरझर । सांसे थम ने लगेंगी कि हमने आपसी लड़ाई में यह क्या कर दिया? शर्म आएगी अपने आप पर , कि जरा से अधिकार के चक्कर में हमने भगवान की यह क्या दुर्दशा कर दी ।
क्या कहता है इतिहास?
अगर श्वेतांबर संप्रदाय की है तो दिगंबर क्यों लड़ रहे हैं?
और अगर दिगंबर संप्रदाय की है तो श्वेतांबर भाई क्यों अधिकार जताना चाहते हैं । है तो दोनों ही जैन ।
पर आज आपको 40 साल पहले के उस इतिहास को सामने लाने का प्रयास करेंगे , जो अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी ने सत्य दर्शन के रूप में प्रकाशित किया था ।
अदालत के क्या निर्णय हुए और भी बहुत कुछ बातें , जो पहली बार आप सच्चाई की धरा पर जान सकेंगे । शुरुआत करेंगे रविवार 12 मार्च को चैनल महालक्ष्मी के रात्रि 8:00 के एपिसोड से शिरपुर के सत्य दर्शन हर जैन भाई को देखने के लिए , अपने संप्रदाय से थोड़ा ऊपर उठकर, सच्चाई को जानना हम सबके लिए आवश्यक है।