शाश्वत अनादिनिधन श्री #सम्मेदशिखरजी पर गजट रद्द हो, पूरा पहाड़ तीर्थ क्षेत्र हो और क्या-क्या चाहते हैं आप?

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30 दिसंबर 2022/ पौष शुक्ल अष्टमी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी /

एक कमेटी के चल नीचे मिलकर चलने की बजाय आज हम लोग अलग-अलग अपनी अपनी नेतागिरी में अपने-अपने समूहों में, छोटे-छोटे रूपों में, शिखरजी के आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं। हां, जगह-जगह, इस मुहिम के चलने से जन जागरण हुआ। हर किसी को, अपने सबसे बड़े तीर्थ की, चिंता भी हुई और कभी करवटें लेकर सोती रही कमेटियां भी जाग, अपनी ड्यूटी में लग गई। ऐसे में, जिसका जो मन में आया, उसने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति के नाम पत्र भेजने शुरू कर दिए ,बगैर तथ्यों को जाने। मांगे करनी शुरू कर दी, जो आधारहीन ही नहीं, बल्कि हमारी अज्ञानता को साफ प्रकट कर रही थी ।

कोई कुछ चाह रहा है और कोई कुछ, और मांग के लिए प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति जी महोदय को पत्र। इससे हमारी प्रमाणिकता धूमिल हो गई और शायद पत्र या तो फाइल में जाते रहे होंगे या डस्टबिन में। क्योंकि नेतृत्वहीन होते हुए , हमने अपने इस शिखरजी के बारे में , चल रहे चिंतन को दिशाहीन कर दिया।

क्या वास्तव में 2019 का गजट रद्द होना चाहिए,?
क्या यह सही है कि इको सेंसेटिव जोन नहीं बनना चाहिए?
क्या यह सही है कि हमें वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में अपना तीर्थ नहीं चाहिए?
क्या यह सही है कि 2019 के गजट में , इस को पर्यटन क्षेत्र घोषित कर दिया?

क्या यह सही है कि हमें अपने तीर्थ क्षेत्र के अलावा, पूरा पारसनाथ का वाइल्ड लाइफ सेंचुरी का क्षेत्र भी चाहिए ?
क्या यह सही है कि इस गजट से , इस क्षेत्र में होटल, रिसोर्ट खुलेंगे?
सड़कें चौड़ी होंगी, हेलीकॉप्टर ,गुब्बारे , ड्रोन शुरू हो जाएंगे?
क्या इस वजह से मांस, मदिरा शुरू हो जाएगी?
क्या हमें पूरी तरह इस गजट का बहिष्कार करना चाहिए?

ऐसे कई सवाल हर के मन में कौंध रहे होंगे, पर आज हम , एक नेतृत्व के नीचे चलने की बजाए, अलग-अलग चल रहे हैं, जो निश्चय ही, किसी भी समाज के लिए घातक बन जाता है ,जब किसी जगह से कुछ आवाज आती है और किसी से कुछ ।

चैनल महालक्ष्मी ,शनिवार यानी इस वर्ष के अंतिम दिन, 31 दिसंबर को रात्रि 8:00 एक्सक्लूसिव, श्री सम्मेद शिखरजी के 2019 के गजट का एक्सरे करेगा।

यानी आपके हर सवाल का जवाब मिलेगा और विश्वास कीजिए , आप महसूस कर पाएंगे कि हम शिखर जी के बारे में, जो गजट जारी है, उसके बारे में बिल्कुल गलत सोच पर चल रहे हैं और यह भी आपसे कहेंगे कि अपनी-अपनी नेतागिरी छोड़कर, जैसा समन्वय समिति ने तय किया है और सभी बड़े संगठन, कमेटियां, उनके साथ चल रही है हमें भी तीर्थ क्षेत्र कमेटी के बैनर के नीचे ही सारे कार्य करने चाहिए, आवाज उठानी चाहिए, मिलकर चलना चाहिए।

इस बारे में सभी खुलासे, आपको कल शनिवार रात्रि 8:00 बजे के, चैनल महालक्ष्मी के एपिसोड में सुनने और देखने को मिलेंगे कि शिखरजी का गजट का एक्सरे , आखिर क्या कहता है।