सुप्रीम कोर्ट में केस दर्ज- बीसपंथी कोठी की जमीन पर झारखंड राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल मरांडी द्वारा एक मंदिर की स्थापना के लिए शिलान्यास अवैधानिक एवं अतिक्रमण

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सम्मेद शिखर जी के संबंध में वर्तमान स्थिति

समस्त जैन समाज में एक बहुत बड़ी चिंता सम्मेद शिखरजी के संबंध में व्याप्त है
देश की समस्त अखिल भारतीय संस्थाओं की कोआर्डिनेशन कमेटी के माध्यम से एक मीटिंग आयोजित हुई जिसमें विस्तार से चर्चा हुई एवं जानकारी प्राप्त की गई

बीसपंथी कोठी के अध्यक्ष श्री अजय कुमार जी जैन द्वारा अद्यतन जानकारी प्रदान की गई और भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों के संबंध में भी चर्चा हुई

सार संक्षेप में बीसपंथी कोठी की पालगंज के राजा द्वारा करीब एकड़ जमीन आवंटित की गई थी , उसके ही एक टुकड़े पर झारखंड राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल मरांडी द्वारा एक मंदिर की स्थापना के लिए शिलान्यास किया गया

यह कृत्य पूर्ण रूप से अवैधानिक एवं अतिक्रमण का है
इस भूखंड पर बीसपंथी कोठी का कब्जा एवं मिल्कियत के समस्त वैधानिक अधिकार प्राप्त हैं
बीसपंथी कोठी द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए समस्त प्रशासन एवं शासन से पहल कर दी गई है
हमारे वकीलों द्वारा सुप्रीम कोर्ट में केस दर्ज कर दिया गया है एवं शीघ्र ही राहत की भी अपेक्षा है

तीर्थ क्षेत्र कमेटी के महामंत्री श्री संतोष पेंढारीजी ने भी बीसपंथी कोठी की प्रबंध कमेटी को संपूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया गया

मीटिंग में उपस्थित दिगंबर जैन महासमिति, दिगंबर जैन महासभा, दिगंबर जैन परिषद तीर्थ क्षेत्र कमेटी, दक्षिण भारतीय जैन सभा,
एवं शास्त्री परिषद के पदाधिकारियों ने भी संपूर्ण सहयोग देने का विचार व्यक्त कर इस विषय में सक्रिय रहने का आश्वासन दिया

आशा है इस वक्तव्य से समाज में फैल रहे भ्रम का निवारण होने में सहयोग मिलेगा
अशोक बड़जात्या संयोजक