दिगंबर संतो के प्रति अपशब्दों की बौछार, श्री सम्मेदशिखरजी ,वाइल्ड लाइफ सेंचुरी परिधि पर, लगातार बलि दी जाती रही है, खुलासा

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7 जनवरी 2022/ माघ कृष्ण एकम/चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी /-

राजनीतिक बिसात पर जैन समाज को किस तरह उन्हीं के नेताओं के बीच कठपुतली बना दिया जाता है, झुनझुना थमा दिया जाता है, इसका जीवंत उदाहरण है पर्यावरण मंत्रालय के वन महानिरीक्षक का 5 जनवरी 2023 का पत्र, जो इंदिरा पर्यावरण भवन में लिखा गया, जिसका विषय था पवित्रता की रक्षा करना।

और जो जैन समाज पिछले कुछ महीनों से आंदोलित था और अब उसके साथ जब पूरा मीडिया और अन्य धर्म के लोग भी साथ जुड़ चुके थे, ऐसे में उसकी जो मुख्य मांग थी कि श्री सम्मेदशिखरजी को पवित्र जैन तीर्थ घोषित किया जाए तथा वहां से पर्यटन की सभी गतिविधियों , कुटीर उद्योगों पर त्वरित विराम लगे।

ऐसे में उनको केवल ईकोटूरिज्म संबंधी बातों में समझा कर, मात्र पवित्र क्षेत्र की बात की गई । यहां तक की मांस और बलि तक का खुलासा नहीं किया ।

उस पर भी केंद्र ने चुप्पी ठान ली और आज चैनल महालक्ष्मी आपको वही खुलासा करेगा कि वाइल्ड लाइफ सेंचुरी बन जाने के बावजूद भी , वहां पर इस अहिंसा, शाकाहार का विश्व में गुंजायमान करने वाले तीर्थंकरों व असंख्यात सिद्धों की भूमि परिधि पर, लगातार बलि दी जाती रही है और इस पर राज्य और केंद्र ने अपने वोटों की राजनीति के चलते चुप्पी ठान रखी है।

और आज राजनेता जैन भाइयों और आदिवासी भाइयों को आपस में भिड़ाकर, जैसे अपनी राजनीति को और पक्का करने में, वोटों को भुनाने में लग गए हैं क्योंकि यह वर्ष 9 राज्यों में चुनाव का और अगला वर्ष लोकसभा चुनाव का है। कल एक बड़ी पार्टी के नेता ने जैन समाज को धमकाते अंदाज में कहते हैं कि आगामी 15 जनवरी को हम पारसनाथ को घेर लेंगे और उस अहिंसा क्षेत्र में रोकने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। आज दूसरी पार्टी के विधायक हमारे दिगंबर संतो के प्रति अपशब्दों की जैसे बौछार कर देते हैं, पूरे मीडिया के सामने।

अफसोस कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ भी चुपचाप सुनता रह जाता है , कोई टिप्पणी नहीं होती और साथ ही मीडिया के सामने स्वीकार करते हैं कि इस पवित्र क्षेत्र पर उसकी परिधि में , यानी वाइल्ड लाइफ सेंचुरी की परिधि में, आज भी बलि लगातार दी जाती रही है। मीडिया के सामने, इस तरह की बात करते, स्वीकारते हुए, स्पष्ट रुप से ही वन्यजीव अभ्यारण्य का परिहास उड़ाना, कानून का उल्लंघन और प्रशासन की सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है।

आज इन सब का चैनल महालक्ष्मी आपके सामने वह खुलासा करेगा, जिसको देख जैन समाज अपने को असहज महसूस करेगा। पहली बार खुलासा, आज, शनिवार, 7 जनवरी रात्रि आठ बजे, 1607 एपिसोड में देखना ना भूलें।