कौन भाग रहा सुप्रीम कोर्ट में शिखरजी केस के निर्णय से? क्यों बढ़ाई जा रही तारीख?

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4 मई 2022/ बैसाख शुक्ल चतुर्थी /चैनल महालक्ष्मीऔर सांध्य महालक्ष्मी/
निर्णय तो सुप्रीम कोर्ट की बेंच करेगी, पर पहले मार्च, फिर अप्रैल और फिर अब मई के अंदर घोषित हुई तारीख पर उसे 3 माह और बढ़ाने के आवेदन के साथ, श्वेतांबर मूर्तिपूजक समाज के कल्याणजी आनंदजी ट्रस्ट ने अगली तारीख 2 अगस्त तक के लिए ,फैसले को बढ़ाने का प्रयास किया है , जो किस और संकेत देता है ।

जैसा पहले भी बताया है कि 1899 में 700 सीढ़ियां , जो सीतानाला से कुंथुनाथ स्वामी टॉक तक बनाई गई थी , उसमें एक ही दिन में 200 से ज्यादा सीढ़ियों को तोड़ना, फिर पालगंज के राजा से ₹200000 के सालाना राशि पर पहाड़ को लेकर, उस पर गेट लगवा कर दर्शन करने से रोकना , दरबानो को लगाकर, केवल एक ही आमना से ,तीर्थ पर पूजा करना, फिर नए निर्माण करना और उसके बाद मूल कमल वाले चरण को हटाकर, नाखून वाले चरण बनाने की कोशिश ।

यह स्पष्ट कर रही थी कि एक संप्रदाय बेवजह तीर्थ की पावनता और मूल स्थिति को बदलना चाहता है और फिर श्वेतांबर और दिगंबर संप्रदाय आपस में लड़ते हुए आज तक किसी फैसले पर नहीं पहुंचे हैं । उसके बाद 2004 में श्वेतांबर मूर्तिपूजक समाज के श्री आनंदजी कल्याणजी ट्रस्ट ने फिर आवेदन कर दिया कि इसका प्रबंधन, मालिकाना हक और देखरेख की जिम्मेदारी हमें दे दी जाए । उस पर चलती सुनवाई में मूर्तिपूजक श्वेताम्बर संप्रदाय की एक और संस्था जैन श्वेतांबर सोसायटी भी इसमें अपने आवेदन के साथ जुड़ गई, जो शायद दो समाजों के बीच हो रहे विवाद के फैसले में सही नहीं था ।

तीर्थ क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष श्री शिखर चंद पहाड़िया जी की माने तो दिगंबर समाज की ओर से उनकी ओर से 6 ऐसे एविडेंस सुप्रीम कोर्ट में जमा किए गए कि एक समाज के लिए , एक ही कमेटी को विवाद में आना चाहिए अन्यथा दिगंबर संप्रदाय से भी तेरापंथी , बीसपंथी कोठी भी आवेदन के साथ इस विवाद में कूदना चाहेंगे ।

संभवत अब फैसला यह होगा कि श्वेतांबर मूर्तिपूजक संप्रदाय से कौन सी कमेटी इस विवाद का हिस्सा होगी। संभवत श्री कल्याण जी आनंद जी ट्रस्ट ही इसमें रहेगा , पर उसके बाद क्या होगा , जानिए पूरी जानकारी, अप टू डेट क्या है विवाद और कैसे चल रहा विवाद और किसका है क्या कहना, पर न्याय तो सुप्रीम कोर्ट को ही करना है।

देखिए आज शाम रात्रि 8:00 बजे , लोकप्रिय जैन न्यूज़ चैनल यूट्यूब पर चैनल महालक्ष्मी पर। क्या शिखरजी केस में किसी को हार का डर सताने लगा है। देखना मत भूलिएगा यह हमारे समाज की बात है।