शिखरजी इतिहास में भयावह दुर्घटना : गर्भवती महिला यात्री को दौड़ा-दौड़ा कर मारा पीटा, पति भी घायल, शिकायत दर्ज नहीं करवाई

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जन्मदिवस मनाने 20 को लेकर आए थे, पर हुआ क्या
पुलिस का आश्वासन अब ऐसा नहीं होगा
सभी के द्वारा घोर निंदा

14 मार्च 2025 /चैत्र कृष्ण पंचमी /चैनल महालक्ष्मीऔर सांध्य महालक्ष्मी/
20 के साथ नवीन जैन मुर्शिदाबाद से श्री सम्मेदशिखरजी पहुंचे 13 मार्च को, पहली बार नहीं, साल में 2-3 बार तो आते ही हैं, पर इस बार कुछ खास था, गर्भवती पत्नी साथ थी, और मन में हिलोरे लेती खुशियां। 14 को नीचे तलहटी के मंदिरों के दर्शन किये। 15 को ऊपर वंदना कर 3 बजे लौटे, बस अब कल रविवार को अपना 42वां जन्मदिन अभिषेक के साथ शुरू करूंगा। कुछ ऐसे ही विचार मन में कौंध रहे थे, जब रात 11 बजे अपनी पत्नी के साथ निहारिका में अपने अंकल से मिलकर निहारिका से शाश्वत ट्रस्ट के आगे से जा रहे थे कि तभी पीछे से बाइक वाला आया और साथ चल रही गर्भवती पत्नी को पीछे से ठोंक दिया। एक तेज झटके के साथ वो दूर जाकर गिरी। बाइक भी नहीं संभली, वो भी गिर गया।

नवीन को बहुत गुस्सा आया – देख कर नहीं चल सकते और उसके गाल पर दो रसीद कर दिये। उसने पी रखी थी, मुंह से साफ बदबू आ रही थी, नशे में डूबे गिरे उस व्यक्ति पर एक-दो लात भी जमा दी थी, कारण था सड़क पर गिरी गर्भवती पत्नी दर्द से बहुत कराह रही थी। शायद ऐसे में, हर कोई यही करता।

पर तभी उस बाइक वाले ने मोबाइल से अपने बेटे को बुलाया। अगले ही क्षण आ गये चार-पांच। आव देखा न ताव, वहीं पड़े बांस के डंडों से उन दोनों पर बरसात कर दी, या कहें दौड़ा-दौड़ा कर मारा-पीटा। पत्नी के ब्लीडिंग शुरू हो गई थी। लोग इक्ट्ठे होने लगे। सभी 18-20 की उम्र के उन युवकों की निंदा कर रहे थे। इतने में बुरी तरह पिटे वो दम्पत्ति अणिंदा पार्श्वनाथ पहुंच चुके थे। थोड़ी देर में पुलिस आ गई, थाना इंचार्ज संजय यादव भी। दम्पत्ति पूरी तरह घबराये हुये थे। उन्होंने कोई भी शिकायत दर्ज कराने से मना कर दिया। वे बार-बार इस सिलसिले में शिखरजी के चक्कर नहीं लगाना चाहते थे। आज हमारे देश में पुलिस की प्रक्रिया कुछ ऐसी ही है। यात्री बाहर से आकर वहां शिकायत भी दर्ज नहीं करा पाता। हां, नवीन ने थाना इंचार्ज से इतना जरूर कहा कि ऐसे कदम जरूर उठाना कि ऐसी घटना दोबारा किसी यात्री के साथ न हो। सेवायतन में पत्नी का चैकअप कराया, हल्की ब्लीडिंग थी।

थाना इंचार्ज ने पूछा कि अभी आप रुकेंगे क्या, नहीं, अगले दिन 42वां जन्म दिन मनाने के सारे सपने चूर हो गये थे। अब वह वापस घर की ओर मुड़ गये, जहां सोमवार को पत्नी का चैकअप कराया। ये सब अपना कड़वा अनुभव उन्होंने चैनल महालक्ष्मी को बताया।

उधर थाना इंचार्ज ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुये बताया कि शिकायत तो दर्ज नहीं कराई, पर हम ऐसी कार्यवाही करेंगे कि आगे से ऐसी कोई पुनरावृत्ति न हो। एक को रात को पकड़ लिया। तीन को रविवार को, पर दोपहर तक उन सबको माफीनामा लिखवाकर व बांड भरवाकर छोड़ दिया।

थाना इंचार्ज संजय यादव ने चैनल महालक्ष्मी को विश्वास जताया कि पुलिस अपनी कार्यवाही करेगी और ऐसी घटना उनके यहां एक साल के समय में आज तक नहीं हुई।
वैसे छिटपुट घटनायें होती रही हैं, पर इतनी ज्यादा आज तक नहीं हुई। बाइक वाले ने भी माफी मांगी, उन लड़कों ने भी। तलहटी में सभी उनकी निंदा कर रहे थे। तीर्थक्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष जम्बू प्रसाद जैन ने समन्वय समिति के द्वारा मुख्यमंत्री तक इस बात को पहुंचाने की कोशिश की, वहीं इस घटना की घोर निंदा की। महासभा के अध्यक्ष गजराज गंगवाल ने कहा कि सबको एक होकर यह विरोध जताना होगा। यह गंभीर मामला है।

इस पर पूरी जानकारी चैनल महालक्ष्मी के एपिसोड नं. 3222, 3224 में देख सकते हैं।

चैनल महालक्ष्मी चिंतन : यात्रियों पर हमले की ऐसी क्रूर घटना इस तीर्थ पर कभी नहीं हुई, पर इसे नशे में एक दुर्घटना मानें, तो ऐसा कहीं भी देखा जा सकता है। होली के बहाने नशा करके वाहन चलाना तक अपराध है और वहीं इस तरह बुरी तरह पीटना तो घोर निंदनीय कुकृत्य है। एक बात तो यह कह सकते हैं कि दोषी सार्वजनिक माफी मांगे और दूसरी बात यह हो सकती है कि कानून उचित कार्यवाही करे। पर आज हमारी खण्ड-खण्ड होती एकता किसी भी कार्यवाही में अवरोधक बन जाती है, दूसरें विवाद बढ़ने की आशंका में सब सहम जाते हैं, मुंह बंद रखना ही उचित समझते हैं। शायद यही कारण है कि इस घटना की जानकारी न वहां के स्थानीय मीडिया और न ही किसी जैन मीडिया तक पहुंच पाई।