24 मार्च 2022//चैत्र कृष्णा सप्तमी /चैनल महालक्ष्मीऔर सांध्य महालक्ष्मी/
चैत्र कृष्ण की अष्टमी ही वह दिन है, जब 9वें तीर्थंकर श्री पुष्पदंत जी के 100 सागर बाद अच्युत स्वर्ग में आयु पूर्ण कर भद्रिलपुर नगरी के तत्कालीन महाराज श्री दृणरथ की महारानी सुनंदा देवी जी के गर्भ में 10वें तीर्थंकर शीतलनाथ जी आये। तपे सोने के रंग की काया वाले आप की आयु एक लाथ पूर्व वर्ष तथा कद 540 फुट ऊंचा था।
25 मार्च दिन शुक्रवार तीर्थंकर शीतलनाथ जी का है गर्भ कल्याणक , इटखोरी में हुआ था | आज के ही दिन रात्रि के पिछले प्रहर व पूर्वाषाढ़ नक्षत्र में मातारानी सुनन्दा के गर्भ में अवतीर्ण हुए थे |
यहाँ मन्दिर विशाल मन्दिर बन गया , 23 मार्च से पंच कल्याणक ,