दो सप्ताह तक जारी रहेगा शाश्वत तीर्थराज सम्मेदशिखर ट्रस्ट द्वारा मधुबन पंचायत के सूदूरवर्ती क्षेत्र में जरूरतमंदो के बीच कम्बल वितरण

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ठंड का भी मौसम अपने चरम सीमा पर है, इस हाड़ कंपाती ठंड में वैसे भी लोगों का जीना मुहाल हो गया है, जिनके पास ठंड से बचने के लिए पर्याप्त गर्म कपड़े नहीं है, ऐसे में मधुबन स्थित श्री दिगम्बर जैन शाश्वत तीर्थराज सम्मेदशिखर ट्रस्ट ने श्री जगदीश जैन-पानीपत के सौजन्य से ट्रस्ट के महामंत्री श्री राजकुमार जैन अजमेरा-हजारीबाग के निर्देश पर मधुबन पंचायत के सूदूरवर्ती क्षेत्र में जरूरतमंदो के बीच कम्बल वितरण का आयोजन प्रारम्भ किया है।

कार्यक्रम का प्रारम्भ मुख्य अतिथि मधुबन थाना प्रभारी श्री दिलशन बिरूआ, वरिष्ठ प्रबंधक श्री प्रदुमन कुमार जैन, प्रबंधक श्री संजीव जैन, तीर्थक्षेत्र कमेटी के वरिष्ठ प्रबंधक श्री सुमन सिन्हा, प्रबंधक श्री देवेन्द्र कुमार जैन व मधुबन समाज के प्रबुद्ध व्यक्तियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया, उपस्थित सभी लागों के बिच मंगलाचरण कर कार्यक्रम को प्रारम्भ किया गया।

श्री दिगम्बर जैन शाश्वत तीर्थराज सम्मेदशिखर ट्रस्ट के उद्देष्यों व विगत तीन वर्षों के कार्यकलापों पर प्रकाश डालते हुए श्री देवेन्द्र कुमार जैन ने कहा ट्रस्ट के द्वारा धर्मसम्मत जनकल्याणकारी कार्यों में जैन धर्म व देश के महापुरूषों पर आधारित बाल क्यूज प्रतियोगिता, पूज्य आचार्यों के नाम पर टूर्नामेंट, लॉकडाउन में निर्धनों के बीच अनाज वितरण, ठंड में कंबल एवं गर्म कपड़ों का वितरण, ग्रामीण विद्यालयों की बच्चियों को शैक्षणिक भ्रमण आदि जैसे कार्यो को काफी सुंदर योजनाबद्ध तरीके पूर्ण कर अपना सर्वाच्च स्थान प्रदर्शित करने का प्रयास किया है । इन कार्यों से ट्रस्ट को नई आयाम और एक नई पहचान भी मिल रही है साथ ही साथ जैन धर्म का प्रकाश एवं ज्ञान शिखरजी के आसपास के आदिवासी, गैर आदिवासी लोगों को प्रभावित कर रहा है तथा वो धर्म के प्रति श्रद्धा प्रकट कर रहें है । श्री देवेन्द्र जैन ने यह भी कहा की ट्रस्ट इस क्षेत्र में जनकल्याणकारी कार्य पिछले लगभग बीस वर्षो से करती आ रही है तीन वर्ष पूर्व के जनकल्याणकारी कार्यों में विकलांग शिविर, आई शिविर, कैंसर प्रीडिडेक्शन कैम्प जैसे कार्यों को सफल किया था जो यहां के अन्य संस्थान के लिए प्रेरणा श्रोत भी बना।

ट्रस्ट के वरिष्ठ प्रबंधक श्री प्रदुमन कुमार जैन ने जानकारी दी की आज मधुबन पंचायत के आस-पास असहायों एवं वृद्धों के बीच मुख्य अतिथि थाना प्रभारी के कर कमलों से कम्बल वितरण प्रारम्भ किया गया, जिसमें 155 असहाय वृद्धों को इसका लाभ दिया गया।

ट्रस्ट के प्रबंधक श्री संजीव जैन ने भविष्य में भी ट्रस्ट के द्वारा की जाने वाली कार्यो की रूप रेखा कार्यक्रम में उपस्थित सभी के बीच रखते हुए बताया की ट्रस्ट इस क्षेत्र में पिछडे़ वर्गों के उत्थान के लिए पूर्व में कई योजनात्मक कार्य कर चुका है और भविष्यि के सम्भावनाओं के प्रति गंभीर है इसी उदेष्य की पुर्ति के निमित मधुबन पंचायत के सूदूरवर्ती क्षेत्र में जरूरतमंदो के बीच यह कम्बल वितरण कार्यक्रम अलगे 15 दिनों तक निरन्तर चलता रहेगा।

ट्रस्ट के महामंत्री ने बताया की ट्रस्ट के कम्बल विरतण कार्यक्र्रम को एक अभियान की तरह ले रहा है, ट्रस्ट के हर आयोजन का विशिष्ट उदे्ष्य निहित है उदाहरण स्वरूप खेल-कुद का आयोजन कर जहां नई प्रतिभा को तलाषने एवं उसे प्रषिक्षित करना है बल्कि युवाओं को खेल से जोड़कर उन्हे उचित मंच उपलब्ध करवाते हुए भटकाव से रोकना है दुसरी ओर अध्ययनरत विद्यार्थियों में प्रतिभा की पहचान करने एवं उन्हें आवष्यक सहयोग प्रदान करने हेतु निरंतर इस तरह के आयोजन किये जाने का भी प्रयास रहेगा।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मधुबन के थाना प्रभारी ने ट्रस्ट को धन्यवाद देते हुए कहा की यह मेरा सौभाग्य है मुझे इतने अच्छे कार्यक्रम में आने का सौभाग्य मिला, आशा है की ट्रस्ट भविष्य में भी इसी प्रकार की जनकल्याणकारी कार्य करते रहेगी आज निष्चित रूप कम्बल पाकर लोगों ने ट्रस्ट टीम की भूरी-भूरी प्रशंसा कर रहे है।

बताया जाता है कि मधुबन स्थित श्री दिगम्बर जैन शाष्वत तीर्थराज सम्मेदशिखर ट्रस्ट की योजना इसके बाद भी मधुबन पंचायत के आस-पास के गांवों में कंबल वितरण करने की है, इस योजना के तहत उन गांवों में भी जाकर वितरण किया जायेगा जो आम तौर पर बाहरी दुनिया से पुरी तरह कटे हुए हैं, इन गांवों में वाहनों का जाना तो दूर पैदल पहुंचना भी बहुत दुष्कर कार्य है।

कम्बल वितरण के मौके पर तीर्थक्षेत्र कमेटी के मधुबन के कई प्रबुद्ध लोग, कई संस्थान के प्रबंधक व पत्रकारों में मुख्यरूप से श्री विजय सिन्हा आदि मुख्य रूप से उपस्थित थें। ट्रस्ट के अनुप जैन, शैलेन्द्र जैन, गंगाधर महतो, मुकेश महतो, भोला तिवारी, अशोक दास, पवन माली, रोबिन बनर्जी, समेत अन्य कर्मचारीगण भी कार्यकर्म में सहयोग के तौर पर उपस्थित थें।