16वे तीर्थंकर श्री शांतिनाथ जी का ज्ञान कल्याणक 24 दिसंबर को
शुक्ल दशमी यानी इस वर्ष 24 दिसंबर को 16वे तीर्थंकर , पांचवे चक्रवर्ती, 12वीं कामदेव, श्री शांतिनाथ जी को, 16 वर्ष के तप के बाद ,भरणी नक्षत्र में अपने गर्भ, जन्म, तपोस्थली हस्तिनापुर के आम्र वन में, नंदी वृक्ष के नीचे ,अपराह्न काल में, केवल ज्ञान की प्राप्ति हुई ।आप का केवल काल 24984 वर्ष था। आपके 4.50 योजना विस्तार वाला समोशरण लगता था और छत्तीस गण धरों में श्री चक्रायुध प्रमुख गण धर थे। बोलिए, तीर्थंकर श्री शांतिनाथ जी की जय ।