आज जंतर मंतर पर जैन समाज की गूंजी आवाज , सम्मेद शिखर जी को पवित्र जैन तीर्थ घोषित करो, ना चाहिए पर्यटन, ना चाहिए वन्य जीव अभ्यारण

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6 जून 2022/ जयेष्ठ शुक्ल सप्तमी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
दिल्ली के जंतर मंतर पर आज लगा कि दिल्ली ही नहीं, पूरा देश अब सम्मेद शिखर पर चिंतित होने लगा है। ऊपर से लेकर नीचे तक , हर के मन में कुछ ना कुछ चिंताएं थी, जिस कारण सूरज के तपते 45 डिग्री के तापमान में भी आज दूर दूर से आए लोगों में एक जुनून दिख रहा था ।

चाहे वह महासभा के अध्यक्ष गजराज गंगवाल या परिषद के अध्यक्ष चक्रेश जैन हो या फिर स्वदेश भूषण जैन या फिर अभी हाल में शिखर जी के लिए 5000 को यात्रा कराने वाले पवन गोधा, निर्मल जैन, मदन लाल जैन , विजेंद्र जैन, राजेश सेठी, के साथ संतों में शुल्लक श्री योग भूषण जी महाराज, विवेक मुनि जी महाराज या सौरभ भट्ठारक या अन्य भी ।

नागालैंड तक से पूर्व से आए ,उत्तर प्रदेश से आए , राजस्थान से भी आए और हरियाणा से भी आए , आज हजार से कहींअधिक का समूह, जंतर मंतर पर जमा था। हाथों में तख्तियां लिए, सम्मेद शिखर जी का जयघोष करते हुए, हर के मुख पर वही चिंता थी, जिसकी शुरुआत संजय जैन ने की ।

उन्होंने 1 सूत्रीय कार्यक्रम को, अब उस दिशा में मोड़ दिया है, जहां पर अब जनता जनार्दन के साथ बड़ी-बड़ी समितियां भी आगे आने को उत्सुक होने लगी है । मार्च के पहले प्रदर्शन से ,आज का प्रदर्शन कई गुना दमदार था। जनता को जगाने , सरकार को हिलाने और जगाने के लिए , यह एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।

लड़ाई लंबी चलेगी । इतनी आसानी से ना अधिसूचना वापस होती है , ना क्षेत्र पवित्र जैन तीर्थ घोषित हो सकता है। पर आज संजय जैन ने प्रदर्शन के बाद, अनशन को, 2 अगस्त से आमरण अनशन में तब्दील करने का भी ऐलान कर दिया जो आए उन्होंने संकेत दे दिए कि अब कदम रुकेंगे नहीं, सदा आगे बढ़ेंगे और अपने लक्ष्य को हासिल करके रहेंगे ।

चैनल महालक्ष्मी आज के इस आयोजन के लिए की सफलता के लिए जैन विश्व संगठन को हार्दिक शुभकामनाएं देता है और विश्वास दिलाता है कि जैन चल और अचल तीर्थों की सुरक्षा, संवर्धन, विकास में सदा सहयोग के लिए आगे आता रहेगा।

उन सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद, जिन्होंने अपने अमूल्य समय में से, आज जैन समाज की एक मुख्य समस्या के लिए अपना समय निकाला ।

यह शुरुआत है जिसकी नीव पर, भविष्य में हम श्री सम्मेद शिखरजी को जैन पवित्र तीर्थ क्षेत्र घोषित करने में सफल हो सकेंगे।