बंगाल प्रान्त सराक जैन साधर्मिक बंधुओ – धर्मप्रचारक श्रमणोपासक दस लक्षण शिविर

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10 अगस्त 2022/ श्रावण शुक्ल त्रियोदिशि /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/

देवगुरुशास्त्र की अनुकम्पा व पूज्य आचार्य 108 विद्यासागर जी महाराज की परम आशीष, पूज्य समाधिस्थ आचार्य ज्ञान सागर जी का आशीष और मुनि अक्षयसागर जी, मुनि प्रणम्यसागर जी के मार्गदर्शन में इस वर्ष दशलक्षण पर्व के दौरान हमारा समूह जैन संघ पुणे बंगाल प्रान्त के पुरुलिया, बांकुड़ा, बर्द्धमान जिले में निवास करने वाले सराक जैन साधर्मिक बंधुओ, जो कि धर्म से बहुत दूर है – उनको पुनः धर्म में स्थित करने के लिए उनके मध्य शिविर लगा रहे हैं,

उनकी आर्थिक स्थिति भी ज्यादा अच्छी नहीं है, जिससे हमारे कार्यकर्त्ता जिन्हें हमने धर्मप्रचारक श्रमणोपासक नाम दिया है वह लगभग 15 गांवों में 10 दिन का समयदान करेंगे और सराक बन्धुओं को जिन और जैन से परिचय कराएंगे, आइए आप भी इस उत्थान और धर्मप्रभावना यज्ञ में अपना योगदान दीजिए और पूर्वी भारत में धर्म पुनर्स्थापना के इतिहास में अपना नाम दर्ज कराइए, 10 दिन का समय निकालिए, मानिए यह आपके जीवन के अमूल्य क्षण होंगे,

जब आप छोटे – छोटे गांवों में धर्म फैलाएंगे आप असली भारत का दर्शन बंगाल के इन गांवों में कर सकते हैं, शहरों के कोलाहल से दूर शांति से दशलक्षण मना सकते हैं, और लोगों में धर्मस्थापना कर सकते हैं, अगर आप समयदान नहीं कर सकते तो आर्थिक सहयोग करके भी सहयोगी बन सकते है

जैन संघ पुणे

सहयोगी संस्थाएं
• जैनम् फाउंडेशन दिल्ली
• जैन सराक ट्रस्ट
• महासभा