आचार्य श्री के शिष्यों का मंगल विहार, सड़क ही बन गई सिंहासन का आधार

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मंगल विहार ता. 4 फरवरी
संत शिरोमणि आचार्यश्री१०८ विद्यासागर जी महाराज जी के परम प्रभावक आज्ञानुवर्ती शिष्य मुनिश्री १०८ प्रबोधसागरजी महाराजजी, मुनिश्री १०८ सुपार्श्वसागरजी महाराजजी ससंघ का आष्टी से विहार हुआ है (गांव-मोडनिंब)
संभावित दिशा– श्री सिद्धक्षेत्र कुंथलगिरी…
महाराष्ट्र विहार सेवा संघ
सुचना सभार– श्री.बाहुबली लडे जैन, बा.ब्र.सुनिल भैय्याजी