जब होता है संतो का मिलन , आनंदित हो जाता है हर एक का मन

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3 अप्रैल प्रातःकाल प.पू. आचार्य श्री वसुनंदी जी मुनिराज संसंघ का मुनि श्री वीर सागर जी संसंघ से मंगल मिलन हुआ