यम सल्लेखना के तीन दिन : आर्यिका श्री संकल्प मति जी ने निर्यापकाचार्य आचार्य श्री वर्धमान सागर जी संघ से क्षमा याचना कर संस्तारारोहण धारण

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13 नवंबर 2022/ मंगसिर कृष्ण पंचमी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
पंचम पट्टाधीश आचार्य श्री वर्धमान सागर जी से 2 नवंबर 2022 को दीक्षित क्षपकोत्तमा आर्यिका श्री संकल्प मति जी द्वारा निर्यापकाचार्य आचार्य श्री वर्धमान सागर जी एवम संघ समक्ष 11 नवंबर 2022 से यम सल्लेखना ग्रहण कर चारो प्रकार के आहार का त्याग किया।विगत एक नवंबर से 11 दिनों में मात्र 4 दिन पानी लिया।

6 नवंबर से मुनक्का पानी का भी त्याग कर दिया। ब्रह्मचारी गजू भैया ने बताया कि अतिशय क्षेत्र श्री महावीर जी में निर्यापकाचार्य पंचम पट्टाधीश वात्सल्य वारिधि आचार्य श्री वर्धमान सागर जी संघ सहित श्री महावीर जी विराजित हैं

6 नवंबर 2022 को आर्यिका श्री संकल्प मति जी ने निर्यापकाचार्य आचार्य श्री वर्धमान सागर जी सहित समस्त संघ से क्षमा याचना कर संस्तारारोहण धारण किया।

आर्यिका श्री संकल्प मति जी का दीक्षा के पूर्व नाम श्रीमती कमला देवी उदयपुर था। आपने पूर्व से सात 7 प्रतिमा की व्रती है ।शरीर की नश्वरता को समझ कर आप 55 दिन पूर्व श्री महावीर जी वात्सल्य वारिधि आचार्य श्री वर्धमान सागर जी को दीक्षा के लिए निवेदन करने आई ।अनायास वाहन की टक्कर कारण फेक्चर हो गया ।78 वर्षीय कमला देवी के निवेदन पर दिनांक 2 नवंबर 2022 को वात्सल्य वारीधी आचार्य श्री वर्धमान सागर जी से महावीर जी में आर्यिका दीक्षा दी।
राजेश पंचोलिया इंदौर