श्री सम्मेद शिखरजी 2019 गजट का पूरा एक्स-रे, क्या रद्द, क्या पसंद , क्या नापसंद, पहली बार आज जानिए

0
347

31 दिसंबर 2022/ पौष शुक्ल नवमी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी /
बिना सही मार्ग को जाने, हम आज उस मंजिल पर जाने के लिए भाग रहे हैं, जिसका जिसकी दिशा ही क्या दिशाहीन हो रही है। लगभग कुछ ऐसा ही है जैसे दिल्ली से श्री सम्मेद शिखरजी जाने के लिए कोलकाता की राजधानी में बैठने की बजाय, मुंबई की राजधानी में बैठ गए हैं, और फिर यही सोच रहे हैं मंजिल कब मिलेगी।

क्या आपने 2019 भारत सरकार का गजट पढ़ा है पूरी तरह?
क्या आप सम्मेदशिखरजी की पूरी वास्तुस्थिति जानते हैं ?क्या आप वहां पर नियमित वंदना करते हैं, जिससे आपको वहां की स्थिति का पूरा ज्ञान हो? क्या आप वहां के स्थानीय आदिवासियों से कभी मिले हैं?
क्या वहां के जैन समाज से कभी चर्चा की है?

कुछ ऐसे सवाल, जो पहले जानना जरूरी है, अपने प्रदर्शन, रैली, अनशन, नारे, मांग पत्र और सरकारी आदेशों की धज्जियां उड़ाने से पहले, कुर्बानी , सरकार हिलाने गिराने की बात करने से पहले , जाननी जरूरी है।

आज उसी की बात करेगा चैनल महालक्ष्मी।आज रात्रि 8:00 बजे विशेष एपिसोड 31 दिसंबर, 2022 की विदाई के साथ देखना ना भूलें।

एक कमेटी के नीचे मिलकर चलने की बजाय आज हम लोग अलग-अलग अपनी अपनी नेतागिरी में अपने-अपने समूहों में, छोटे-छोटे रूपों में, शिखरजी के आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं। हां, जगह-जगह, इस मुहिम के चलने से जन जागरण हुआ। हर किसी को, अपने सबसे बड़े तीर्थ की, चिंता भी हुई और कभी करवटें लेकर सोती रही कमेटियां भी जाग, अपनी ड्यूटी में लग गई। ऐसे में, जिसका जो मन में आया, उसने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति के नाम पत्र भेजने शुरू कर दिए ,बगैर तथ्यों को जाने। मांगे करनी शुरू कर दी, जो आधारहीन ही नहीं, बल्कि हमारी अज्ञानता को साफ प्रकट कर रही थी । कोई कुछ चाह रहा है और कोई कुछ, और मांग के लिए प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति जी महोदय को पत्र। इससे हमारी प्रमाणिकता धूमिल हो गई और शायद पत्र या तो फाइल में जाते रहे होंगे या डस्टबिन में। क्योंकि नेतृत्वहीन होते हुए , हमने अपने इस शिखरजी के बारे में , चल रहे चिंतन को दिशाहीन कर दिया।

क्या वास्तव में 2019 का गजट रद्द होना चाहिए,? क्या यह सही है कि इको सेंसेटिव जोन नहीं बनना चाहिए?
क्या यह सही है कि हमें वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में अपना तीर्थ नहीं चाहिए? क्या यह सही है कि 2019 के गजट में , इस को पर्यटन क्षेत्र घोषित कर दिया?

क्या यह सही है कि हमें अपने तीर्थ क्षेत्र के अलावा, पूरा पारसनाथ का वाइल्ड लाइफ सेंचुरी का क्षेत्र भी चाहिए ?
क्या यह सही है कि इस गजट से , इस क्षेत्र में होटल, रिसोर्ट खुलेंगे?
सड़कें चौड़ी होंगी, हेलीकॉप्टर ,गुब्बारे , ड्रोन शुरू हो जाएंगे?
क्या इस वजह से मांस, मदिरा शुरू हो जाएगी?
क्या हमें पूरी तरह इस गजट का बहिष्कार करना चाहिए?

ऐसे कई सवाल हर के मन में कौंध रहे होंगे, पर आज हम , एक नेतृत्व के नीचे चलने की बजाए, अलग-अलग चल रहे हैं, जो निश्चय ही, किसी भी समाज के लिए घातक बन जाता है ,जब किसी जगह से कुछ आवाज आती है और किसी से कुछ ।

चैनल महालक्ष्मी ,शनिवार यानी इस वर्ष के अंतिम दिन, 31 दिसंबर को रात्रि 8:00 एक्सक्लूसिव, श्री सम्मेद शिखरजी के 2019 के गजट का एक्सरे करेगा। यानी आपके हर सवाल का जवाब मिलेगा । इस बारे में सभी खुलासे, आपको आज शनिवार रात्रि 8:00 बजे के, चैनल महालक्ष्मी के एपिसोड में सुनने और देखने को मिलेंगे कि शिखरजी का गजट का एक्सरे , आखिर क्या कहता है।