22 अक्टूबर 2022/ कार्तिक कृष्णा दवादिशि /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
जब जब मिलकर लड़ते हैं, आवाज उठाते हैं, तो सफलता जरूर कदम चूमती है। राजनीतिक, सामाजिक विभिन्न मंचों से विभिन्न आवाज एक साथ उठ जाती हैं , तो सरकार भी झुक कर उस बात को वापस लेने को तैयार हो जाती है । बस यही हो गया आज जैनों के सबसे बड़े शाश्वत अनादि निधन तीर्थ श्री सम्मेद शिखरजी के लिए ।
आज शनिवार 22 अक्टूबर को प्रातः केंद्रीय पर्यावरण मंत्री श्री भूपेंद्र यादव जी ने जैन समाज की उस बात को स्वीकार करते हुए आश्वासन दिया है कि 2 अगस्त 2019 को पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा घोषित की गई अधिसूचना जो 5 अगस्त को जारी हुई , उस अनुसार जैन तीर्थ श्री सम्मेद शिखर जी को पर्यटक स्थल घोषित किया जा रहा था।
अब आज 22 अक्टूबर को प्रातः अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन महासभा का एक डेलिगेशन पर्यावरण मंत्री श्री भूपेंद्र यादव जी से उनके निवास स्थल पर मिला , जिसमें अध्यक्ष श्री गजराज गंगवाल जी के साथ प्रमोद जैन , पुनीत जैन, पवन गोधा आदि थे । उन्होंने पहले भी इस बारे में काफी पत्राचार किया था और उसी को जारी रखते हुए आज यह भेंट हुई थी।
इसमें पर्यावरण मंत्री श्री भूपेंद्र यादव जी ने महासभा को आश्वासन दिया कि वह शीघ्र ही उचित कार्यवाही कर, इस अधिसूचना में से श्री सम्मेद शिखर जी का नाम हटा लेंगे। यह जैन समाज के लिए बहुत ही हर्ष और तीर्थ के संरक्षण में एक बड़ा कदम है। इस पर चैनल महालक्ष्मी यथाशीघ्र विशेष एपिसोड जारी करेगा।
इस आंदोलन में विश्व जैन संघठन सहित सब ने सहयोग दिया, उन सभी को चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी हार्दिक धन्यवाद देता है, कि आप सभी के प्रयासों से जैन समाज को यह बहुत बड़ी खुशी मिली कि हमारा एक बड़ा तीर्थ पर्यटन स्थल घोषित होने से बच गया। केंद्रीय मंत्री श्री भूपेंद्र यादव जी का भी हम हार्दिक धन्यवाद अर्पित करते हैं।