संभल में रातों रात मस्जिद से मंदिर बन गया, पर यहां बालाजी से महावीर कब बनेंगे?

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26 दिसंबर 2024/ पौष कृष्ण एकादिशि /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/ शरद जैन /
संभल की घटना तो सभी को मालूम होगी। सरकार प्रशासन के साथ मीडिया भी रोज वहीं दिखाता, पढ़ाता है। पर राजस्थान के झालावाड़ जिले के पनवाड़ कस्बे के पुराना बाजार में शीतला माता मंदिर है, वहां वर्षों से एक मूर्ति को लोग बालाजी समझकर अपनी रीति से पूज रहे थे।

वह मूर्ति सीने तक दिख रही थी। जिस दिन संभल में हनुमान मंदिर की जानकारी मिली, ठीक उसी दिन वहां खुदाई की गई तो तीर्थंकर प्रतिमायें निकली और तब जिस प्रतिमा को बालाजी समझकर पूजा जा रहा था, उसकी सफाई की गई, जिसका सीने के नीचे का हिस्सा जमीन में गड़ा था, वह तीर्थंकर महावीर स्वामी की प्रतिमा निकली। खुदाई कर पूरी प्रतिमा जमीन से निकाली गई है। वह पदमासन नासा दृष्टि, हाथ पर हाथ दिगंबर स्वरूप में महावीर स्वामी की है। कई अन्य अवशेष भी मिले हैं। जो स्पष्ट करते हैं कि यहां कोई विशाल जैन मंदिर होगा।

पनवाड़ से कुछ किलोमीटर की दूरी पर चांदखेडी तीर्थ है। लगता है कि यह क्षेत्र जैन विशाल तीर्थ रहा होगा, पर इस शीतला माता के मंदिर के इतिहास पर चुप्पी डाल रखी है। संभल में रातों रात सब हो जाता है, जहां एक हफ्ते बाद भी कोई देखने नहीं जाता। इसकी जानकारी चैनल महालक्ष्मी के 3042 एपिसोड में देख सकते हैं।