आचार्य वर्द्धमान सागर जी के सनधस्थ छपक मुनिराज महीत सागर जी महाराज की सलेखना पूर्वक समाधी श्री कागदीपुरा तीर्थ पर हुई

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17 मई 2022/ जयेष्ठ कृष्णा दौज /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/

पंचम पट्टाधीश वात्सल्य वारिधि आचार्य श्री वर्द्धमान सागर से 25 अप्रैल 2018 को दीक्षित शिष्य क्षपक मुनि श्री महित सागर जी की दिनांक 17 मई 2022 को छोटा महावीर जी कागदी पूरा में रात्रि 8,22 को समाधि हो गई है, गुरु मुख से अरिहंत सिद्ध नाम सुनते सम्यक समाधि ,

मुनि श्री महित सागर जी ने दिनांक 15 मई 2022 को वात्सल्य वारिधि आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी समक्ष
दिनांक 15 मई 2022 को सभी से क्षमा याचना कर आचार्य श्री एवम समस्त संघ सानिध्य में संस्तरारोहण किया
मुनि श्री महित सागर जी का पूर्व नाम श्री नाना राव साहब है आपकी मुनि दीक्षा 25 अप्रैल 2018 को श्रवण बेलगोला में पंचम पट्टाधीश आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी के कर कमलों से हुई थी

संस्तरारोहण का आशय संस्तर से आशय क्षपक साधु जहाँ बैठते है लेटते है उस स्थान का आरोहण करना स्वीकार करना संस्तारारोहण कहलाता है
मुनि श्री महित सागर जी का पूर्व नाम श्री नाना राव साहब है आपकी मुनि दीक्षा 25 अप्रैल 2018 को श्रवण बेलगोला में पंचम पट्टाधीश आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी के कर कमलों से हुई थी

क्षपक मुनि श्री की विमान यात्रा दिनांक 18 मई 2022 को छोटा महावीर जी अतिशय क्षेत्र से निकलेगी श्री विनय छाबड़ा श्री आशीष एवम श्री अजित जैन क्षेत्र प्रबंध कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा आवश्यक समुचित व्यवस्था की जा रही है
तेरी छत्र छाया भगवन मेरे सिर पर हो
मेरा अंतिम मरण समाधि तेरे दर पर हो

चैनल महालक्ष्मी वा सांध्य महालक्ष्मी हार्दिक विन्यानजलि अर्पित करता है।
राजेश पंचोलिया इंदौर