ग्रामं बिस्तुनिया श्रद्धा भक्ति समर्पण की मिसाल बना,ग्राम पचायत ने समाधी स्थली की जमीन प्रदान की, समर्पण एक मिसाल

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17 जून 2022/ आषाढ़ कृष्ण चतुर्थी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
बिस्तुनिया,भक्ति श्रद्धा समर्पण एक ऐसे ग्राम मे देखने को मिला जो झालावाड जिले मे मिश्रोली के समीप है। जो ग्राम बिस्तुनिया मे देखने को मिला। वाकया था शुक्रवार की सुबह का जब वात्सल्य वारिधि आचार्य श्री 108 वर्धमान सागर जी महाराज संघ का ग्राम मे मंगल आगमन हुआ। ग्राम जन ने श्रद्धा भक्ति समर्पित करते हुए मंगल आगवानी की।

वही संघ मे पूज्य मुनि श्री 108 पदमकीर्ति महाराज की सलेखना पूर्वक समाधि पूज्य आचार्य श्री की निश्रा मे हुयी।महाराज श्री ने समाधि से पूर्व पद विहार भी किया। अभिषेक आदि को देखा वही प्रभु नाम स्मरण करते हुए गुरु चरणों मे उनकी समाधि हुयी। उसके बाद ग्राम वासियों ने जो समर्पण दिखाया वह एक मिसाल बन गया। उन्होने वह भूमि जहा समाधी की क्रिया होनी थी वहा काटे ही काटे थे महज दो घंटे मे JCB की मदद से उसे समतल किया गया। वही ग्राम वासियों ने जो आस्था का परिचय दिया व करुणा से भर देता है।

उन्होने पूरे ग्राम मे मुनि श्री की अंतिम यात्रा को निकाला। वही जगह जगह ग्राम वासियों ने श्रीफल भेट कर उनको विदाई दी। समस्त व्यवस्थाओं को उन्होने अपने हाथ मे लिया। आये हुए सभी आगन्तुको के भोजन का भी इंतजाम किया। उनके जो शब्द थे वह हर किसी को एक प्रेरणा देते है। उन्होने कहा ऐसा पुण्य कब मिलेगा, मेने स्वयम ने देखा, यह क्षण सम्पूर्ण ग्रामवासी अपना मान कर चल रहे थे वही ऐसा कहू तो कोई अतिश्योक्ति नहीं की यहाँ की भक्ति देख लगता अगर यहाँ वर्षायोग होना चाहिए।

वही ग्राम पंचायत ने समाधी स्थली की भूमि को जैन समाज को प्रदान की। यहाँ समाज के सहयोग से चरण स्थली का निर्माण किया जाएगा। वही इसमे विशेष सहयोग ग्राम वासियों के साथ सरपंच कालूराम सालेचा,खेतानमल सालेचा आदि का रहा।इस अवसर पर रामगंजमंडी, पिड़ावा, सुसनेर, मिश्रोली, भवानीमंडी, पिडावा, धरियावद, पारसोला आदि स्थानों से आए भक्तो ने अंतिम विदाई दी
अभिषेक जैन लुहाड़ीया रामगंजमंडी