17 मार्च/फाल्गुन शुक्ल चतुर्दशी /चैनल महालक्ष्मीऔर सांध्य महालक्ष्मी/
ऋषी तीर्थ । समाधि महा महोत्सव परम पूज्य आदि सागर अंकली कर परंपरा के आचार्य कुथुसागरजी गुरुदेव के परम शिष्य आचार्य श्री कुशाग्रनंदी जी गुरुदेव के शिष्य आचार्य श्री सीमधर सागर जी गुरुदेव के पट शिष्य निर्यापक आचार्य श्री 108 प्रसन्नऋषि जी गुरुदेव की परम शिष्या 94 वर्षीय 105 प्रेरणामति माताजी की समाधि आज 17/03/2022 दोपहर में महापर्व की चतुर्दशी के पावन दिवस पर 89 उपवास की साधना के साथ समाधि समता पूर्वक संपन्न हुई ।
माता जी का डोला ऋषि तीर्थ डकाचिया मांगलिया इंदौर से शाम 5:30 पर समाधि स्थल पर अंतिम संस्कार विधि संपन्न हुआ । वयोवृद्ध द्वारिका माता जी का सल्लेखना पूर्वक समधि मरण पर्व के दिनों में प्राप्त होना उच्च पद की प्राप्ति का कारण है ।
संकट हरण श्री 1008 पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर डकाचिया इंदौर देवास बायपास, इंदौर, मध्य प्रदेश श्री दि.जैन मंदिर तीर्थक्षेत्र ऋषी तीर्थ