परम पूज्या आगमज्ञाता महासाध्वी श्री विमलाकंवर जी म.सा.अपना आयुष कर्म पूर्ण कर मोक्ष पथ की ओर अग्रसर हो गई हैं। पिछले कुछ समय से अस्वस्थता के चलते आप भीलवाड़ा के अरिहंत हॉस्पिटल में स्वास्थ्य लाभ ले रही थी। आप राजस्थान प्रवर्तनी संघ शिरोमणि श्री यश कंवर जी म. सा. व सिद्धकुंवर जी म.सा. की सुशिष्या थी।
आप श्रमण संघ की आन बान शान थी। आप हमेशा श्रमण संघ की एकता को आगे बढ़ाने का प्रयास करती थी। वहीं आपका ज्यादा समय ध्यान क्रियाओं में व्यतीत होता था तथा आने वाले दर्शनार्थी श्रावक-श्राविकाओं का भी काफी परिचय था। आप एक उत्कृष्ट ध्यान साधिका थीं। श्रमण संघ ही नहीं अपितु संपूर्ण स्थानकवासी समाज के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है।
– संतोष जैन मामा