31 मई 2023 / जयेष्ठ शुक्ल एकादशी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/शरद कुमार जैन/
दो दिन पहले आईपीएल खत्म हो गया, अंतिम दो गेंदों पर छक्का-चौक्का लगाकर चैन्नई सुपर किंग्स ने पांचवी बार खिताब अपने नाम कर लिया। इन मैचों में छक्के तो खूब लगते हैं, पर हैट्रिक लगाने वाले विरले ही होते हैं। यह तो बात रही फटाफट क्रिकेटरिया बुखार की।
पर धर्म प्रभावना के मैदान में हैट्रिक लगाने का सौभाग्य मिल जाये तो कहने ही क्या। दिल्ली के पिछले हजार वर्षों के इतिहास में ऐसा अद्वितीय अवसर पहली बार आया है, वो भी चार माह का नहीं, पांच माह के वर्षायोग का, उस चतुर्थकालीन चर्यावान संघ का, जो भारत की धरा पर वर्तमान में एक साथ चलने वाला सबसे बड़ा संघ है, 50 से ज्यादा पिच्छी के साथ, युवा से वृद्ध साधुओं का समागम, विभिन्न राज्यों, भाषाओं का संगम, ज्ञान सरिता की त्रिवेणी। इस बार यह परम सौभाग्य मिला है ऋषभ विहार को, जिसकी अगुवाई में यह किसी एक कॉलोनी, विहार, एन्क्लेव, मंदिर का नहीं, यमुनापार का वर्षायोग होगा और फिर इससे एक नया इतिहास लिखेगा ऋषभ विहार।
हां तो, शीर्षक कह रहा है, हैट्रिक लगाने की तैयारी में जोर-शोर से जुटा ऋषभ विहार। तो प्रश्न उठता ही है कि धार्मिक कार्यक्रमों में कौन से और दो धमाल। वो भी आपसे छिपे नहीं है।
ऋषभ विहार से ही ‘शिखरजी बचाओ’आंदोलन के लिये आमरण अनशन हुआ और फिर जो बिगुल बजा, उसने पूरे देश को एक कर दिया, फिर चाहे इंडिया गेट पर विशाल प्रदर्शन हुआ हो, या फिर देश में सैकड़ों जगह। उसकी नींव ऋषभ विहार में ही रखी गई थी। इसके बाद दूसरा अवसर आया तीर्थंकर श्री आदिनाथ जी के मोक्ष कल्याणक के पावन अवसर पर जब कैलाश पर्वत की मनोहर रचना की, उसे देखने दिल्ली ही नहीं वरन देशभर से दो लाख लोग पहुंचे, जो अब तक सबसे अद्वितीय कार्यक्रम रहा।
इस कड़ी में तीसरा अनूठा रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में अभी से जुटा ऋषभ विहार समाज मानो हैट्रिक की पूरी तैयारी कर चुका है। संभवत: वर्षायोग की स्थापना भी यमुनापार स्पोटर््स क्लब में एक बड़े व्यापक स्तर पर होगी। अभी तो यह अनोखी हैट्रिक की पटकथा लिखने की शुरूआत है।
आज इस शुरूआत पर यमुनापार के सभी 68 दिगंबर जैन मंदिरों से सान्ध्य महालक्ष्मी अनुरोध करता है कि वर्तमान के इस सबसे बड़े संघ का यह वर्षायोग अब तक सबसे अभूतपूर्व बनाने के लिए ऋषभ विहार के साथ सहयोग कर, उसको उस ऊंचाई पर ले जाएं, जिसकी कल्पना भी आज तक किसी ने नहीं की हो। और हां, चैनल महालक्ष्मी व सान्ध्य महालक्ष्मी इसके लिये अपना यथासंभव सहयोग करेगा, इस विश्वास के साथ आप सभी को इस महामंगल कार्य के लिये अग्रिम बधाई!