अयोध्या की पावन पवित्र धरा पर राम मंदिर के निर्माण के लिए किसनगढ़ (राज.) के जैन गौरव, भामाशाह,धर्मपरायण, उद्योगपति व आरके मार्बल ग्रुप चेयरमैन सम्मानीय श्री अशोक जी पाटनी ने दिया एक करोड़ रुपये का दान । दान देने वाले दानवीर बहुत पुण्य संचित करते हैं, निश्चय ही पाटनी जी धन्यवाद के पात्र हैं. पर जब जैनों की सैकड़ों विरासतें आज धन के आभाव में क्षरण को, छिनने को मानो, तैयार पड़ी हों, ऐसे में श्री राम मंदिर के लिए दान देने से ज्यादा उपयुक्त अपनी विरासतों के लिए ज्यादा उपयुक्त रहता.
राष्ट्रपति ५ लाख, गुजरात के कारोबारी गोविंदभाई ११ करोड़ दे सकते हैं राम मंदिर के लिए , १०० करोड़ से ज्यादा ऐसे लोग हैं, पर इनमे से कोई हमारे मिटते तीर्थों के लिए दान नहीं देगा. आप जैसे जैन भामाशाहों से समाज आस लगाए रखता है और आप बहुत बड़ी राशि समय समय पर देते भी रहते हैं, तब भी अपने पहले अपने घर- समाज को देने के लिए हाथ बढ़ाये, तो आपके दान के साथ जैन संस्कृति का भी विकास होता रहेगा, वरना कई मंदिर बदले गए और कुछ और बदल दिए जायेंगे, धन के आभाव में हम देखते रह जायेंगे. हाँ, हो सकता है यह राजनितिक दवाब हो.