9 अगस्त 2022/ श्रावण शुक्ल दवादिशि /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
700 मुनियों के उपसर्ग दूर होने के उपलक्ष में रक्षाबंधन पर्व मनाया जाता है उस दिन श्रवण नक्षत्र था और श्रवण नक्षत्र को ही देख कर के महाराज श्री ने जान लिया था कि मुनियों पर उपसर्ग हो रहा है अर्थात श्रवण नक्षत्र जिस दिन होता है उस दिन ही हम रक्षाबंधन बनाते हैं इस वर्ष श्रवण नक्षत्र 11 अगस्त को प्रातः 6:22 से प्रारंभ होकर 12 अगस्त को सूर्योदय के पहले तक रहा है अर्थात हमें रक्षाबंधन पर्व 11 अगस्त दिन गुरुवार श्रवण नक्षत्र में मनाना चाहिए।
अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन शास्त्रिपरिषद्
पंडित जैनी जियालाल चौधरी जी
कृत पंचांग अनुसार इस वर्ष रक्षाबंधन बन्धन पर्व 11 अगस्त 2022 बृहस्पतिवार को मान्य है।10:32 से 20:52 तक भद्रा है।पर यह भद्रा मकर राशि की होने से इस का वास पाताल में है।जब भद्रा का वास पृथ्वी पर होता है तभी दोष कारक होती है। अतः रक्षाबंधन इस दिन किसी भी समय मनाए।
पण्डित रत्न श्री दीपक जैन शास्त्री कृष्णा नगर दिल्ली।