करीब 87 वर्षीय छुल्लिकाश्री पुष्पमती माताजी ने ली संल्लेखना , मुनिश्री विरंजन सागर जी के सानिध्य में हुआ अंतिम संस्कार

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2अप्रैल 2023/ चैत्र शुक्ल दवादिशि /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/ छतरपुर।

छुल्लिका श्री पुष्पमती माता जी की संलेखना(समाधिमरण) निर्मल परिणामो के साथ कोई एक माह से ज्यादा समय से अन्न का त्याग कर चल रही थी।।पूज्य मुनिश्री विरंजन सागर जी महाराज से दो दिन पूर्व ही छुल्लिका दीक्षा के बाद जीवन पर्यन्त तक के लिए स्वेच्छा से चारों प्रकार के आहार का त्याग कर बिना प्रमाद के पूज्य 105 श्री पुष्पमती माताजी का सल्लेखनापूर्वक समाधिमरण हो गया ।

जैन समाज के डा सुमति प्रकाश जैन एवं सहमंत्री अजित जैन ने बताया कि समाधिमरण के पश्चात माता जी का डोला सुबह करीब 7 बजे मुनि श्री विरंजन सागर जी महाराज के ससंघ सानिध्य में जैन धर्मशाला से दयोदय गौशाला पहुंचा। गौशाला परिसर में ही माताजी के अंतिम संस्कार की क्रियायें विधि विधानपूर्वक की गई।

इस अवसर पर जैन समाज के सभी पदाधिकारियों, माताजी के परिजनों सहित समाज का विशाल जनसमूह माताजी के अंतिम दर्शन करने और अपनी विनम्र विनयांजलि अर्पित करने गौशाला पहुंचा, जिसमें भारी संख्या में स्त्री, पुरुष, युवाजन सम्मिलित हुए। करीब 87 वर्षीय पूज्य माताजी श्री कुन्दन लाल जी की धर्मपत्नी एवं अमिताभ जैन की मां थीं। उन्होने बर्षो पूर्व आचार्य विद्यासागर जी से व्रतो को ग्रहण किया था ,जिसका वे दृढता के साथ पालन कर रही थी।