अन्तर्मना आचार्य सिंह निस्क्रीडित व्रत व मौन की साधना में लीन
औरंगाबाद संवाददाता इंसान अपनी संपूर्ण शक्ति और कीमती समय सुख को प्राप्त करने के लिए लगा देता है। ये सोचते हुए कि कहीं से भी किसी भी प्रकार से सुख की प्राप्ति हो जाए। इतना प्रयास करने के बावजूद भी उसके हाथ असफलता ही लगती है। इसका कारण यह है कि इंसान सुख को बाहरी भौतिकता में ढूंढ रहा है लेकिन उसे बाहरी भौतिकता से कभी भी प्राप्त नहीं किया जा सकता। हिंदी उण्यासो में भी कहा गया है कि मनुष्य अंधेरे कमरे में बैठकर गांठ सुलझाना चाहे तो क्या होगा। वह गांठ को सुलझाने की बजाए और अधिक उलझा लेगा।
परंतु यदि उस अंधेरे कमरे में दीप जला दिया जाए तो वह इंसान उस दीपक के प्रकाश में उलझी गांठ को शीघ्र सुलझा लेगा। इसी प्रकार मनुष्य भी अज्ञानता रूपी अंधकार में विचरण कर रहा है। इस अंधकार में वह सुख किस प्रकार ढूंढ पाएगा। इसलिए जरूरत है घट में ज्ञान का दीपक जलाने की। जब भीतर ज्ञान का प्रकाश होगा तो सत्य असत्य का भेद सामने प्रकट हो जाएगा। हम भ्रांतियों से निकलकर आनंदमय जीवन की ओर बढ़ेंगे। लेकिन घट में ज्ञान का दीपक कोई पूर्ण सतगुरु ही जला सकते हैं।
ऐसे हमारे सतगुरु साधना महोदधि , तपाचार्य अन्तर्मना गुरुदेव श्री प्रसन्न सागर जी महामुनिराज जी सम्मेदशिखर जी तीर्थक्षेत्र में विराजमान हैं । अन्तर्मना गुरुदेव 557 दिन की मौन साधना व सिंह निष्कडित व्रत करने वाले विश्व के प्रथम आचार्य हैं , जिनकी मौन साधना 21 जुलाई 21 से प्रारम्भ हो चुकी है जो 28 जनवरी 23 तक रहेगी । इस मौन साधना की अवधि में आचार्य श्री 496दिन उपवास और 61 दिन आहार ग्रहण करेंगें । उनकी उत्तम साधना की सफलता की कामना के साथ नव वर्ष 2022 में 3 जनवरी को 167 वे मौन दिवस के दिन अन्तर्मना गुरुदेव का 23 वा पारणा होगा ।
जानकारी देते हुए प्रवक्ता पीयूष कासलीवाल ,नरेंद्र अजमेरा रोमिल जैन ने बताया की पारणा से एक दिन पूर्व 2 जनवरी 2022 रविवार को देश विदेश मे अंतर्मना गुरु भक्त परिवार- डेज़ अहमदाबाद,अजमेर, सीकर,केकडी,कानकी,रानापुर,आगरा,जियागंज,शाहापूरा,एटा, अथनी, लासुर,मुरादाबाद,अहमदाबाद, मेनपूरी,अहमदाबाद,दाहोद,सूरत,दिल्ली,भिलाई,लालगोला, मल्हारगढ़,शिखर जी,ग्वालियर,देवास सोनकच्छ,अहमदाबाद, धूलियान,काठमांडू नेपाल। के 28 जिनालयों में 15596 दीप प्रज्वलित कर सजावट करेंगे । उसी दिन शाम को भक्तामर का पाठ , भजन संध्या व अन्तर्मना गुरुदेव की आरती की जावेगी। इस अवसर पर श्री खण्डेलवाल दिगम्बर जैन पंचायत पाश्वनाथ मंदिर राजा बाजार औरंगाबाद गुरुभक्त परिवार को सौजन्य से जिनमंदिर में 557 दीप प्रज्वलित किये जायेंगे। ऐसी जानकारी अध्यक्ष ललित पाटणी ने दी
ऐसा सौभाग्य अजमेर के जैन समाज को मिला है , जिनके द्वारा 2 जनवरी को शाम को 7 बजे से श्री दिगम्बर जैन बीस पंथी आम्नाय पंचायत बड़ा धड़ा अजमेर में यह भक्ति कार्यक्रम किया जाएगा । धड़ा के अध्यक्ष श्री प्रदीप जी पाटनी ने जैन समाज के सभी धर्मावलंबियों व गुरुभक्तों से आग्रह किया है कि सपरिवार समय पर पधार कर धर्मलाभ लेवे व कार्यक्रम की शोभा बढ़ावे ।