27 नवंबर 2022/ मंगसिर शुक्ल चतुर्थी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
सम्मेदशिखर जी-आज प्रातः बिसपंथी कोठी में सर्व प्रथम पारसनाथ भगवान के समक्ष सौम्य मूर्ति पीयूष सागर जी महाराज के निर्देशन स्वर्णमयी श्री जी की प्रतिमा पर अभिषेक एवं शांति धारा विशेष भक्तों द्वारा किया गया ।इसके पश्चात सम्मेद शिखर में विराजमान सभी आचार्य,उपाध्याय,मुनि गण ,आर्यिका संघ के साथ कई त्यागी व्रती बिसपंथी कोठी पहुचकर अन्तर्मना मुनि श्री 108 प्रसन्न सागर जी महामुनिराज की पारणा की अनुमोदना किये साथ ही 28 नवंबर को दीक्षा लेने वाली 16 दीदी के द्वारा पड़गाहन कर आहार देने का सौभाग्य प्राप्त किया ।
सभी दीदी आचार्य भगवन को आहार देकर अपने आप को पुण्य शाली मानकर कहा कि ऐसे तपस्वी की अनुमोदना कर हम भी मोक्ष मार्ग को प्रसस्त करे।इस अवसर पर अन्तर्मना ने सभी दीदी को बहुत बहुत आशीर्वाद दिया और दीक्षा के पूर्व गोद भराई का कार्यक्रम आचार्य संघ के सानिध्य में हुवा।ओर बाहर से आये सेकड़ो यात्री गण भी इस पारणा में शामिल हुवे।
इस अवसर पर विशेष रूप से आकाश जैन,धूलियांन के मनोज जैन,अजय जैन,हैदराबाद के मनोज जैन,कोलकोत्ता से जैन विवेक गंगवाल,मीडिया प्रभारी राज कुमार अजमेरा,कोडरमा, गिरिडीह, मुर्शिदाबाद, कोलकोत्ता,धनबाद आदि कई स्थानों के भक्त इस महोत्सव में शामिल हुवे।
मीडिया प्रभारी जैन राज कुमार अजमेरा कोडरमा