11 फरवरी 2023/ फाल्गुन कृष्ण षष्ठी/चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
आचार्य श्री प्रसन्न सागर जी ने श्री सम्मेद शिखरजी में चैनल महालक्ष्मी को विशेष धर्म चर्चा में आज अपने तीर्थ क्षेत्र पर हो रही खोखली व्यवस्थाओं के बारे में जो बातें कहीं, सचमुच बहुत गंभीर है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि आज कुर्सी पर बैठे हमारे नेताओं को माला, पैसा और सम्मान ही चाहिए। बड़ी-बड़ी क्षेत्र की कमेटियां आज यही चाहती हैं कि उन्हें पैसा मिलता रहे और दुनिया जाए ……..
क्या सारी कमेटियां ऐसी हैं ? उनका कहना है बिल्कुल, जैसे गोबर पर चांदी का वर्क चढ़ा हो। उन्होंने कहा कि मैं इनको नहीं मानता, आज दिगंबर तीर्थ क्षेत्र हो या उनको चला रही कमेटियां। तीर्थ क्षेत्रों पर वहां की कमेटियों की व्यवस्था है एकदम लचर है। खिड़कियों पर कांच नहीं मिलेगा, नल पर छन्ना नहीं होगा, दरवाजे में चटखनी नहीं होगी, बिस्तर पर खोल नहीं होगा और वही श्वेतांबर समाज की धर्मशाला में आप देख कर हैरान हो जाते हैं। वह जितना डाल लेते हैं, उतना ही समाज को देते हैं , पर दिगंबर तीर्थों पर कमेटियां उसका 5 paisa भी व्यवस्थाओं में नहीं देती ।
ऐसी बहुत सी बातों पर, कलई खोलकर रख दी आचार्य श्री प्रसन्न सागर जी ने। उन्होंने कहा कि मैं स्पष्ट बोल रहा हूं, चाहे कोई भी हो। यह बात पूरे समाज तक और उन कमेटियों तक जरूर पहुंचा देना और इसी पर चैनल महालक्ष्मी, रविवार 12 फरवरी को रात्रि 8:00 बजे, उनसे हुई चर्चा के कुछ अंश आपके सामने लेकर आएगा, जो हमारी तीर्थ क्षेत्र क्षेत्रों की कमेटियों की व्यवस्थाओं पर आंखें खोल कर रख देगा। देखिएगा जरूर आचार्य श्री प्रसन्न सागर जी से चैनल महालक्ष्मी की वह धर्म चर्चा, कि हमारे तीर्थों की कमेटियां, क्या गोबर के ऊपर चढ़े चांदी के वर्क के समान है?