अर्हम् निलय रोहिणी मे, गुरूवर श्री प्रणम्य सागर जी, गुरूवर आचार्य श्री विद्या सागर जी के द्वि शिष्य मुनि श्री प्रणम्य सागर जी व् मुनि श्री चंद्र सागर जी के परम सानिध्य में
अप्रैल में होने वाले पंचकल्याणक के मूलनायक तीर्थंकर श्री शान्ति नाथ भगवान के आशीर्वाद और दर्शन से हम सबके जीवन में धर्म के,भक्ति के भाव और सुख शान्ति बनी रहे